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मंगलवार, 16 जून 2020

हर दिन पिलाया जाता है काढ़ा, सात दिन में दो बार कराते हैं पूरी कॉलोनी को सेनेटाइज

हर दिन पिलाया जाता है काढ़ा, सात दिन में दो बार कराते हैं पूरी कॉलोनी को सेनेटाइज
भरतपुर. कोरोना हॉटस्पॉट बनने के बाद भी शहर की कुछ कॉलोनियों में आमजन में खास जागरुकता देखने को मिल रही है। यही कारण है कि अभी तक ऐसी छोटी-छोटी कॉलोनियों में सावधानी बरतने के कारण एक भी कोरोना मरीज सामने नहीं आया है। इन कॉलोनियों के निवासियों ने भी यह निर्णय लिया है कि सावधानी व बचाव की मुहिम को आगे भी जारी रखा जाएगा। शहर की बापू नगर स्थित फ्रेंड्स आशियाना कॉलोनी में पिछले तीन महीने से खास जागरुकता देखने को मिल रही है। बताते हैं कि इस कॉलोनी में 13 मकानों में 40 परिवार निवास करते हैं। गेट पर ही गार्डों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं देंगे। अगर कोई कारणवश प्रवेश देना भी पड़ता है तो उसकी स्वीकृति ली जाएगी। सबसे पहले संबंधित बाहरी व्यक्ति की स्क्रीनिंग कराई जाएगी। उसके बाद ही कॉलोनी में प्रवेश पर निर्णय किया जाएगा। इसके अलावा सात दिन में दो बार पूरी कॉलोनी में सेनेटाइजेशन कराया जाता है। गेट पर बैनर लगाया गया है। इसमें साफ स्पष्ट किया है कि बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए सभी परिवारों को सख्त हिदायत दी गई है। ताकि सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से जागरूक किया जा सके।
एक ही जगह बनाया जाता है काढ़ा
कॉलोनी में रहने वाले सभी परिवारों के लिए प्रतिदिन काढ़ा बनाया जाता है। इसके लिए सुबह का समय भी निर्धारित किया हुआ है। एक ही जगह काढ़ा बनने के बाद सभी को सूचना दी जाती है। हर घर से आकर परिवार के सदस्य काढ़ा लेकर जाते हैं। काढ़ा रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत भी करता है। इस मुहिम में खुद कॉलोनी के लोग भी साथ दे रहे हैं।
कोरोना से बचाव ही सबसे पहला उपाय
लुपिन वेलफेयर सोसायटी के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता बताते हैं कि छोटी ही नहीं बल्कि बड़ी कॉलोनियों में कोरोना संक्रमण से बचाव रखा जा सकता है। क्योंकि इसके लिए जरूरी है कि सबसे पहला उपाय सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क को अपनाया जाना चाहिए। हर घर में जाकर पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी किसी को नहीं समझाएगा। यह खुद आमजन को ही करना होगा। क्योंकि सवाल खुद की सुरक्षा का है तो खुद भी कुछ न कुछ करना ही पड़ेगा। दावा कर सकता हूं कि अगर हर परिवार भीड़ में मास्क पहननने व सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की पालना करे तो कोरोना उसका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है।
-यह किसी एक व्यक्ति की जागरुकता का काम नहीं है, बल्कि सभी परिवार मिलकर कोरोना से बचाव में जागरुकता बरत रहे हैं। इस कारण अभी तक कॉलोनी में एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं निकला है।
आनंद खंडेलवाल
निवासी फ्रेंड्स आशियाना
-सात दिन में दो बार पूरी कॉलोनी में सेनेटाइजेशन कराया जाता है। सभी को मास्क पहनने व कॉलोनी में प्रवेश करने से पहले सेनेटाइज्ड कराने के लिए गार्डों को कहा जा चुका है।
विनोद कोठारी
निवासी फ्रेंड्स आशियाना