चित्तौडग़ढ़. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के चित्तौडग़ढ़ आगार के प्रबंधक संचालन(एमओ) आनन्द प्रकाश पन्नुसा को निलम्बित कर दिया गया है। इसे गत तीन दिन पूर्व निगम के एमडी नवीन जैन के निरीक्षण के दौरान वर्कशॉप में मिली कमियों से जोड़कर देखा जा रहा है।
निगम के कार्यकारी निदेशक एम.पी.मीना की ओर से जारी आदेश में बिना कोई कारण बताए आनन्द प्रकाश को निलम्बित करते हुए उनका मुख्यालय जयपुर कर दिया गया है। हालाकि अभी उनकी जगह किसी अन्य को लगाया नहीं गया है।
राजस्थान रोडवेज के एमडी नवीन जैन ने गत 24 जून को चित्तौडग़ढ़ आगार का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले वर्कशॉप का ही निरीक्षण किया और निरीक्षण के दौरान नई बसों को छोड़कर एक भी बस पूरी तरह से सही स्थिति में नहीं मिली थी। ऐसे में जैन ने इसको लेकर एमओ आनन्द प्रकाश एवं वर्कशॉप के अन्य कर्मचारियों से अपनी गहरी नाराजगी जताते हुए कहा था कि तीन महिने के लॉकडाउन का समय मिला लेकिन एक भी बस को यहां पर पूरी तरह से ठीक नहीं किया गया। ऐसे में उन्होंने एमओ को फटकार लगाते हुए कहा था कि फिर उनके यहां नौकरी करने का क्या फायदा जब बसें ही ठीक नहीं हो रही है। इस दौरान उन्होंने सभी कर्मचारियों को चेताया कि था कि वे अपने काम को पूरा करें नहीं तो यहां पर किसी अन्य को लाकर काम करवाया जाएगा।
सभी बसों में मिली थी कमियां
एमडी के निरीक्षण के दौरान यहां पर ९० बसों में से ७२ बसों की हालत खराब पाई गई थी। किसी का कांच नहीं था तो किसी की लाईट फूटी हुइ्र थी। किसी में सीट के रेगजिंग फटी हुई थी तो किसी का कलर पूरी तरह नहीं था। वहीं कई बसों के तो डिग्गी के बॉल्ट भी नहीं थे। इस पर एमडी जैन ने काफी नाराजगी जताते हुए कहा था या तो काम सुधार लो नहीं तो फिर मुझे दोष मत देना।