जयपुर।
यूथ कांग्रेस के चुनाव परिणाम को लेकर फिर विवाद हो गया है। नौ मार्च को आए परिणाम में प्रदेशाध्यक्ष घोषित किए गए सुमित भगसारा ने केंद्रीय नेतृत्व और इलेक्शन कमेटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
भगासरा ने गुरुवार को संवादददात सम्मेलन में कहा की यूथ कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने चुनाव में गड़बड़ी होना बताकर 7 अप्रेल को दोबारा चुनाव परिणाम जारी किया, जिसमें उन्हें हारा हुआ बताकर विधायक मुकेश भाकर को यूथ कांग्रेस अध्यक्ष घोषित कर दिया। मगर यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने माना था कि मतदान में गड़बड़ी हुई है। भगासरा ने कहा कि जब मेरी तरफ से जांच की बात उठाई गई तो कहा गया है कि जांच पूरी होने के बाद चुनाव परिणाब घोषित किया जाएगा। दिल्ली के पार्लियामेंट थाने में मुकदमा दर्ज करवाने की बात कही गई, लेकिन थाने में कोई एफआईआर दर्ज हुई ही नहीं।
सुमित भगासरा ने यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व, इलेक्शन कमेटी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से मांग की है कि अगर कहीं गड़बड़ी हुई है तो उसका पता लगाकर सच्चाई सबके सामने लानी चाहिए। चुनाव जब शुरू हुए, तब विरोध के बावजूद ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई गई। चुनाव के बाद मुझे यूथ कांग्रेस अध्यक्ष घोषित किया गया। खुद यूथ कांग्रेस ने यूथ कांग्रेस के पेज तक पर मुझे बधाई दी, लेकिन बाद में सब उलटा कर दिया गया।
गौरतलब है कि राजस्थान यूथ कांग्रेस का चुनाव पहली बार ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए हुआ था। जिसमें 9 मार्च को सुमित भगासरा को अध्यक्ष पद पर विजय बताया गया था। भगासरा को करीब 46 हजार वोट मिले थे और 23000 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहने वाले विधायक मुकेश भाकर को उपाध्यक्ष बताया था। लेकिन 7 अप्रेल को केंद्रीय नेतृत्व ने इस चुनाव परिणाम को बदलकर विधायक मुकेश भाकर को अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होने की घोषणा की। जिसके बाद से यह विवाद बना हुआ है
मुझे न्याय मिलना चाहिए
भगासरा ने कहा कि मुझे न्याय मिलना चाहिए, इसके लिए मैनें सोनिया गांधी और राहुल गांधी से समय मांगा है, उन तक अपनी बात रखूंगा। भगासरा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुझे पर कई तरह के आरोप लगाए गए हैं, लेकिन मैं कहता हूं की जांच हो जाएं और अगर मैं जांच में किसी भी रूप में दोषी पाया जाता हूं तो राजनीतिक जीवन से संन्यास ले लूंगा।