चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि सरकार का पूरा ध्यान राज्य में चिकित्सा के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने पर है। 22 लाख से ज्यादा लोगों की जांचें अभी तक की जा चुकी हैं। प्रतिदिन 35 हजार लोगों की आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा रहा है। प्रदेश में 51 हजार 640 जांचें प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर ली है।
प्रदेश के 5 मेडिकल कॉलेजों में प्लाज्मा थेरेपी के जरिए इलाज से करीब 211 गंभीर कोरोना मरीजों को जीवन दिया गया है। प्लाज्मा से 99 फीसद मरीज दुरुस्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा दान के प्रति भी लोगों को आने आना चाहिए। सरकार की मंशा है कि आखिरी छोर तक बैठक व्यक्ति को आधरभूत चिकित्सा सुविधा का लाभ मिले। सरकार की तत्परता से प्रदेश के 15 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति मिल गई।
वर्तमान में प्राइवेट क्षेत्र में 8 मेडिकल कॉलेज राज्य में खुल चुके हैं। प्रदेश में केवल तीन जिले ही ऐसे हैं, जहां सरकारी मेडिकल कॉलेज नहीं है। शर्मा ने बताया कि प्रदेश में पहले 1100 पीजी की सीटें थीं, जो सरकार के प्रयासों के चलते 950 सीटों में बढ़ोतरी हुई है। इसमें सुपर स्पेशियलिटी की भी सीटें हैं। कुल मिलाकार 1000 सीटों में बढ़ोतरी हुई है। आने वाले दिनों में राजस्थान में विशेषज्ञों की कोई कमी नहीं रहेगी।
नियुक्ति और भर्ती में सरकार नहीं रही पीछे
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 765 चिकित्सकों की भर्ती पूरी की। इन्होंने कोरोना वॉरियर्स के रूप बेहतरीन सेवाएं दी। अभी 2 हजार चिकित्सकों की भर्ती का काम चल रहा है। प्रदेश में करीब 12.5 हजार एएनएम-जीएनएम की भर्ती का काम पूरा कर उन्हें नियुक्ति दे दी है। प्रदेश में कहीं भी हैल्थ मैनपावर को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा।
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