एलएनपी नहर से निकलने वाले लालेवाला माइनर के अंतिम छाेर पर पूरा पानी नहीं पहुंच रहा। प्रभावित 17 गांवाें के किसान प्रभावित हैं। फसलें खराब हाे रही हैं। प्रभावित किसान गुरुवार काे कलेक्ट्रेट पहुंचे तथा कलेक्टर से मिलकर प्रभावशाली किसानाें प पानी चाेरी का आराेप लगाते हुए कार्रवाई की मांग काे लेकर ज्ञापन साैंपा।
उन्हाेंने आराेप लगाया कि शिकायत के बावजूद बावजूद सिंचाई विभाग के एसई प्रदीप रूस्तगी कार्रवाई नहीं कर रहे। किसानाें ने कलेक्टर काे बताया कि लालेवाला माइनर के अंतिम छाेर के आठ माेघाें पर मात्र आठ-नाै हिस्सा पानी ही पहुंच रहा है। हालात इस कदर खराब है कि पीने का पानी भी पूरा नहीं मिल पा रहा है। एसई काे समस्या से अवगत करवाने के बावजूद राहत नहीं मिली।
किसानाें ने आराेप लगाया कि एसई प्रभावशाली किसानाें से मिलीभगत कर पानी चाेरी करवा रहे हैं। इसके कारण माइनर के अंतिम छाेर पर किसानाें काे पूरा पानी नहीं मिल रहा है। सिंचाई विभाग के अधिकारियाें अब तक एक भी प्रभावशाली किसान के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करवाया।
ज्ञापन में लालेवाला माइनर के अंतिम छाेर तक पूरा पहुंचाने, नहर की सफाई करवाने, सफाई के लिए अतिरिक्त मशीनें लगाने, एसई का स्थानांतरण करने की मांग की है। कलेक्टर से मिले किसानाें के प्रतिनिधि मंडल में हेतराम, इकबाल सिंह, रतनपुरा सरपंच प्रदीप, जसराम, महेंद्र मील, रघुवीर सिंह, राजेंद्रसिंह रामलाल, अंग्रेज सिंह, गाैरीशंकर शर्मा, सरताज सिंह, गुरविंद्र सिंह, लालचंद, भगताराम, रामलाल व महावीर प्रसाद शामिल थे।