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शनिवार, 29 अगस्त 2020

तेजाजी के चूरमे बाटी और खीर का लगाया भोग

मदनगंज-किशनगढ़.
तेजा दशर्मी के मौके पर लोकदेवता वीर तेजाजी के चूरमा, बाटी, खीर और नारियल का भोग लगाया गया। भक्तों ने तेजाजी की जोत ली और भोग लगा कर परिवार की सुखी समृद्धि के लिए मंगल कामना भी की। किशनगढ़ के प्रमुख तेजा चौक स्थित वीर तेजाजी मंदिर समेत सरवाड़ी गेट स्थित तेजा मंदिर, पुराना शहर पंचमुखी हनुमान मंदिर स्थित तेजाजी मंदिर और लिंक रोड कम्यूनिटी पार्क स्थित तेजाजी मंदिर में भी तेजाजी मंदिर में देसी घी से जोत ली गई और चूरमा, बाटी, मीठे चावल, खीर और नारियल का भोग लगाया गया। कोरोना महामारी के फैलते प्रकोप के चलते किसी भी तेजाजी मंदिर और परिसर के आस पास क्षेत्र में मेला नहीं भरा गया। ज्यादातर श्रद्धालुओं ने अपने अराध्य और लोक देवता तेजाजी की घर पर ही पूजा अर्चना की और चूरमा बाटी इत्यादि का भोग लगाया। जबकि कुछेक संख्या में मंदिरों के बाहर श्रद्धालु भी पहुंचे। लेकिन उन्होंने सोशल डिस्टेसिंग के अनुरूप ही तेजाजी की प्रतिमा के दर्शन किए। तेजा चौक स्थित वीर तेजाजी के मंदिर के बाहर दिनभर पुलिस को पहरा रहा और यहां पर किसी भी श्रद्धालुओं को एकत्र नहीं होने दिया गया।
तेजा चौक स्थित वीर तेजाजी मंदिर के पुजारी गणेश प्रजापत ने बताया कि तेजा दशमीं के दिन मंदिर में सुबह 5 बजे ही पूजन किया गया। तेजाजी के मंदिर में सुबह जोत ली गई और चूरमा, बाटी, नारियल और खीर का भोग लगाया गया। मंदिर में पूजन के दौरान ही मंदिर और आस पास के क्षेत्र में पुलिस तैनात कर दी गई। यह पुलिस जाब्ता सुबह से रात होने तक तैनात रहा। वहीं वीर तेजाजी मंदिर प्रबंधन ने भी कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के प्रकोप को देखते हुए ऐतिहातन प्रशासनिक व्यवस्थाओं का समर्थन करते हुए सहयोग किया। मंदिर पसिर में श्रद्धालुओं की भीड़ ना हो इसके लिए पूजन कार्य पूरा होने के बाद मंदिर के चैनल गेट को बंद कर दिया गया और आने वाले श्रद्धालुओं के लिए दूर से ही दर्शन की व्यवस्था कर दी गई। कुछेक श्रद्धालु मंदिर पहुंचे और उन्होंने दूर से ही अपने अराध्य देवता तेजाजी की प्रतिमा के दूर से ही दर्शन किए और लौट गए। मंदिर में किसी भी प्रकार से श्रद्धालुओं को प्रसाद या भोग चढ़ाने की अनुमति नहीं दी गई। पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया, विपेंद्रसिंह चारण, मोहित खंडेलवाल, राकेश शर्मा और धन्नालाल यादव भी मंदिर पहुंचे। लेकिन इन्होंने भी दूर से ही तेजाजी के दर्शन किए और लौट गए। इसी प्रकार लिंक रोड स्थित तेजाजी के मंदिर, पंचमुखी हनुमानजी मंदिर स्थित तेजाजी मंदिर और अन्य क्षेत्रों के सभी तेजाजी मंदिरों और धान पर पूजा की गई और जोत लेकर चूरमा, बाटी और खीर का भोग लगाया गया।



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