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रविवार, 27 सितंबर 2020

आज 2 पारियों में होगा जेईई एडवांस्ड, पहली बार सामान्य से 40% (15576) ज्यादा ओबीसी के छात्र

जेईई एडवांस्ड में इस बार दिलचस्प तथ्य सामने आया है। सामान्य वर्ग के छात्रों की तुलना में ओबीसी उम्मीदवारों की संख्या 40 फीसदी ज्यादा है। साल 2008 में ओबीसी आरक्षण लागू होने के बाद यह पहली बार है, जब सामान्य वर्ग की तुलना में ओबीसी वर्ग के छात्रों की संख्या 40 फीसदी ज्यादा है। सामान्य वर्ग की तुलना में ओबीसी के 15576 छात्र ज्यादा हैं।

रविवार को सामान्य श्रेणी के 41067 छात्र एग्जाम में शामिल होंगे। ओबीसी के छात्रों के लिए आरक्षित सीटों की संख्या 27 फीसदी (3780) है। ओबीसी कैटेगरी से 56,643 छात्र शामिल हो रहे हैं। जेईई मेन के आंकड़े देखें तो यहां 3.9 लाख सामान्य श्रेणी के छात्रों के बजाय ओबीसी वर्ग के 4.02 लाख उम्मीदवार थे। खास बात यह है कि ओबीसी वर्ग की छात्राओं की संख्या भी ज्यादा हैं। इसके पीछे नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) का तर्क है कि सभी एग्जाम में पिछले साल से ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली है।

खासकर जेईई व नीट एग्जाम में यह संख्या चौंकाने वाली है। एनटीए का कहना है कि ओबीसी छात्रों के लिए पारिवारिक आय के स्तर में वृद्धि का फैसला भी इसमें मुख्य भूमिका निभा रहा है। ओबीसी उम्मीदवारों के बीच क्रीमी लेयर निर्धारित करने के लिए साल 2017 में वार्षिक आय की सीमा 6 लाख रुपए से बढ़ाकर 8 लाख रुपए कर दी गई। इसका फायदा भी इस कैटेगरी को मिल रहा है।
1. सीट आरक्षण व कट ऑफ नीचे होने का लाभ भी मिल रहा है। जेईई मेंस 2020 में सामान्य श्रेणी के छात्रों की कट ऑफ 90.3 पर्सेंटाइल थी। जबकि ओबीसी के लिए 72.8 पर्सेंटाइल था। जेईई एडवांस्ड में भी यही गणित देखने को मिल सकता है।
2. आईआईटी प्रत्येक श्रेणी के लिए अलग मेरिट सूची जारी करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई ऐसा छात्र हैं जो ओबीसी मेरिट सूची में रैंक एक पर है तो उसकी अखिल भारतीय रैंक 25 होती है। उसे सामान्य श्रेणी की खुली सीट लेने का अधिकार भी है।
3. बदलाव की शुरुआत 2017 से होने लगी थी। उस साल 64,000 ओबीसी स्टूडेंट्स नॉन क्रीमी लेयर से थे, जबकि 69,000 स्टूडेंट्स जनरल कैटेगरी के थे। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि जेईई मेन क्वालिफाई करने वाले कई छात्र एडवांस्ड में रजिस्ट्रेशन ही नहीं करते।
एडवांस्ड के मुकाबले जेईई मेंस में कम मेहनत, इस अंतर पर एक्सपर्ट्स को स्टडी करने की जरूरत

1. एलन सीकर में जेईई हैड सत्यपाल शिवरान कहते हैं-सामान्य की तुलना में इस बार जेईई एडवांस्ड में ओबीसी कैटेगरी के छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी वास्तव में हैरान करने वाली है। वे कहते हैं-जेईई एडवांस्ड में देरी की वजह से कई बड़े इंस्टीट्यूट पहले ही अपनी काउंसलिंग करा चुके हैं। इसलिए सामान्य वर्ग के छात्र वहां शिफ्ट भी हो चुके हैं। हालांकि वे कहते हैं कि इस अंतर पर स्टडी की जरूरत है।
2. आईआईटी रुड़की से आईआईटीएन अंचित गुप्ता इसे दो फैक्ट से समझाते हैं। वे कहते हैं-ओबीसी के छात्रों को अब आरक्षण का गणित समझ आ रहा है। इसलिए वे अपने मौके को भुना रहे हैं। दूसरा-नए आईआईटी व एनआईटी में ज्यादा अंतर नहीं रह गया है। इसलिए 70 से 75 फीसदी अंक वाले छात्र जेईई मेन के बाद ही एनआईटी चले जाते हैं। इसकी वजह है कि मेन में एडवांस्ड के मुकाबले कम ही मेहनत लगती है।

जेईई एडवांस्ड के रजिस्ट्रेशन में पहली बार बदलाव की कहानी आंकड़ों के जरिए समझिए
कैटेगरी 2020 2019 2018
ओपन 41067 54675 63438
ओबीसी 56643 57543 61537
एससी 25577 27862 26724
एसटी 11756 12152 1990
ईडब्ल्यूएस 25788 16604 00
(आईआईटी दिल्ली से प्राप्त आंकड़े। आईआईटी में 2019 में ही ईडब्ल्यूएस कोटा लागू किया गया था।)

आज 2 पारियों में एग्जाम, सीकर में 5 केंद्रों पर 820 स्टूडेंट्स होंगे शामिल

जेईई-एडवांस्ड-2020 परीक्षा रविवार को दो पारियों में सुबह 9 से दोपहर 12 और दोपहर 2ः30 से 5ः30 बजे तक होगी। सीकर में जेईई एडवांस के लिए पांच परीक्षा केंद्र, प्रताप इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी अखेपुरा टोल प्लाजा, भारतीय इंजीनियरिंग कॉलेज, ईओन डिजिटल सेंटर सांवली, सोभासरिया इंजीनियरिंग कॉलेज सीकर और मोदी यूनिवर्सिटी लक्ष्मणगढ़ बनाए गए हैं। इन पर 820 परीक्षार्थी बैठेंगे। परीक्षा के प्रश्नपत्र, प्रोविजनल आंसर की एवं विद्यार्थियों के रिकॉर्डेड रेस्पोंस एक दिन बाद ही 29 सितम्बर को सुबह 10 बजे जारी कर दिए जाएंगे। 5 अक्टूबर को सुबह 10 बजे फाइनल आंसर की के साथ रिजल्ट जारी किया जाएगा।

क्या मुझे अटेंडेंस शीट पर फिजिकली साइन करने होंगे?
हां, रोल लिस्ट में अपने नाम के साथ साइन करके पेपर-1 और पेपर-2 दोनों के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। हर छात्र के साइन करने से पहले और बाद में सेनेटाइजर का इस्तेमाल किया जाएगा। पेपर-2 की शुरुआत के बाद, उम्मीदवार को एडमिट कार्ड (हस्ताक्षर किए हुए काेविड सेल्फ डिक्लेरेशन (अंडरटेकिंग) को निरीक्षक को सौंपना होगा। इसके बगैर परीक्षा से बाहर किया जा सकता है।

बुखार/जुकाम होने पर मुझे परीक्षा देने की अनुमति मिलेगी?
एडमिट कार्ड में कोरोना डिक्लेरेशन साइन करना होगा, यह बताते हुए कि पॉजिटिव नहीं है और न ही किसी पॉजिटिव से कोई कॉन्टैक्ट रहा है। बुखार, जुकाम या अन्य लक्षण हैं तो आइसोलेशन रूम में परीक्षा देने की अनुमति मिलेगी।
बुखार/जुकाम होने पर मुझे परीक्षा देने की अनुमति मिलेगी?
एडमिट कार्ड में कोरोना डिक्लेरेशन साइन करना होगा, यह बताते हुए कि पॉजिटिव नहीं है और न ही किसी पॉजिटिव से कोई कॉन्टैक्ट रहा है। बुखार, जुकाम या अन्य लक्षण हैं तो आइसोलेशन रूम में परीक्षा देने की अनुमति मिलेगी।
क्या हैंड सेनेटाइजर ले जाने की अनुमति है?
हां. अपने साथ हैंड सेनेटाइजर और पानी की पारदर्शी बोतल ले जा सकते हैं। मास्क पहनकर भी जाना होगा। साबुन से हाथ धोना होगा। 6 फीट की दूरी रखनी होगी।



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परीक्षा दो पारियों में सुबह 9 से दोपहर 12 और दोपहर 2ः30 से 5ः30 बजे तक होगी