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गुरुवार, 17 सितंबर 2020

बेटे के मोबाइल नंबर से पकड़ा गया 4 साल से फरार फ्लैट दिलाने के नाम पर ठगी का आरोपी

पुलिस ने फ्लैट बुकिंग करने के नाम पर लाखाें रुपए की ठगी करने वाले शातिर आराेपी काे चार साल बाद जयपुर से गिरफ्तार किया है। आराेपी खंडेला निवासी पवन शर्मा है। वर्तमान में जयपुर में किराए का फ्लैट लेकर अपने परिवार के साथ रह रहा था। सीओ सिटी रामचंद्र मूंड ने बताया कि आराेपी पवन शर्मा के खिलाफ धाेखाधड़ी के काेतवाली में तीन और उद्योग नगर में एक मुकदमा दर्ज है। आरोपी सुदर्शन हाईट्स ताेदी नगर सीकर में फ्लैट बुकिंग के नाम पर धाेखाधड़ी करने के बाद 2017 में फरार हाे गया था।

मोबाइल नंबर भी बंद कर लिए। 50 वर्षीय आराेपी सारे काम अपने नाैकर और साथ काम करने वाले पार्टनराें के नाम से करता था। खुद काे केवल लाभांस में पार्टरशिप रखता था। इसके साथ धाेखाधड़ी में शामिल राजेंद्र, जीएम मुगल काे गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि आरोपी अख्तर की माैत हाे चुकी है।
चार मामलाें में एक जगह मिले साइन : 1 जून 2019 काे बलबीर कोर पत्नी महेश कुमार ने रिपाेर्ट दी थी। उसका कहना था कि पवन कुमार व जीएम मुगल ने फ्लैट खरीदने के लिए विज्ञापन दिया था। इनके पास पहुंची ताे फ्लैट देने के लिए पेशगी के ताैर पर 51000 रुपए का चेक लिया। इसके बाद अलग अलग किश्ताें में लाखाें रुपए वसूले। लेकिन, फ्लैट पर कब्जा नहीं िदया। सात लाख रुपए के एक एग्रीमेंट फाॅर सेल व जमा की रसीद पर पवन और जीएम मुगल के हस्ताक्षर मिलने पर पवन आराेपी बन गया तथा पकड़ा गया।

नाम और गेटअप बदलकर रहता था आराेपी
एएसआई महेंद्र सिंह ने बताया कि आराेपी पवन शर्मा के पीछे वे अगस्त से लगे हुए थे। पवन ने पहले छत्तीसगढ़ में डेढ़ साल फरारी काटी। और जहां भी जाता अपना नाम और गेटअप बदल लेता था। पुलिस इसकी शक्ल तक नहीं पहचानती थी। साइबर सेल की मदद लेकर इसके बेटे के माेबाइल नंबर हासिल किए और लाेकेशन ट्रेस कर सुबह जयपुर स्थित फ्लैट पर पहुंच गई और परिवार के साथ छुपे पवन शर्मा काे दबाेच लिया।



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