बांसवाड़ा| राजस्थान मूल के अल्पसंख्यक मुस्लिम, सिख, जैन, ईसाई, बौद्ध और पारसी वर्ग के विद्यार्थियों से अनुप्रति योजना में आवेदन मांगे हैं। इन अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थियों के लिए संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सिविल सेवा परीक्षा, राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित राज्य एवं अधीनस्थ सेवा सीधी भर्ती संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में पास होने, आईआईटी, आईआईएम, एम्स, नीट, क्लैट,
आईआईसी बैंगलोर, आईआईएस व एआर कोलकत्ता व बैंगलोर, मेडिकल कॉलेजों समेत विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्रवेश पर अनुप्रति योजना का लाभ मिलेगा। 10+2 स्कीम के तहत 60 प्रतिशत पास अभ्यर्थियों को राज्य के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए प्रेरित करने प्रोत्साहन राशि दिए जाने का प्रावधान है। कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. पीयूष पंड्या ने बताया कि माता-पिता/अभिभावक की वार्षिक आय 2 लाख
रुपए से अधिक न होनी चाहिए। प्रार्थी पूर्व से ही राज्य सेवा में नहीं होना चाहिए। आईएएस में चयन होने पर 1 लाख, आरएएस में चयन होने पर 50 हजार और अन्य परीक्षा में पास होने पर 20 से 50 हजार तक की राशि विभिन्न चरणों में प्राप्त होगी। विद्यार्थी द्वारा ऑनलाइन आवेदन के लिए एसएसओ आईडी में स्कॉलरशिप के विकल्प का चयन करना है। विद्यार्थी को पोर्टल पर अपना प्रोफाइल अपडेट करना है।