देवोत्थान या देवउठनी एकादशी 25 नवंबर को है। इस दिन एक तरफ देव दीवाली पर फिर दीये झिलमिलाएंगे तो दूसरी ओर करीब चार महीने बाद भगवान श्रीहरि भी जागेंगे और शहनाइयां गूंजने लगेंगी। यही सावों की शुरुआत होगी। नवंबर अाैर दिसंबर में विवाह के 5 शुभ मुहूर्त हैं। देवउठनी एकादशी के अबूझ मुहूर्त के अलावा 30 नवंबर और दिसंबर में 7, 9 और 11 को शुभ मुहूर्त है। सावों से पहले शहर में खरीदारी जोरों पर है। गांव-कस्बों से लोग कलश, कपड़े, जेवरात आदि की खरीदारी कर लौट रहे हैं।
जून के सावे भी नवंबर-दिसंबर में शिफ्ट, क्योंकि तब थी पाबंदियां
लाॅकडाउन के बाद 26 अप्रैल और 7 मई के अबूझ मुहूर्त के अलावा 18, 19 और 29 मई को मुहूर्त थे। गाइड लाइन के तहत शादी में 6 लोगों के लिए ही अनुमति थी। वहीं 1 जून को छूट देते हुए मेहमानों की संख्या 50 तक हाे गई, जबकि जून में 2, 15, 16, 19, 27, 28, 29, 30 कुल 8 शुभ मुहूर्त थे। मेहमानों की लिस्ट छोटी होती देख लाेगाें ने शादियां स्थगित कर दी थीं।
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