
व्यापारिक संगठन तय कर चुके हैं कि इस बार दीपावली के दिनों में बापू बाजार, सर्राफा, भट्टियानी चौहट्टा सहित प्रमुख बाजारों में सजावट नहीं होगी। इस फैसले से उदयपुर में इस त्योहारी सीजन में 4 लाख यूनिट बिजली कम जलेगी। हालांकि इसके बावजूद जिले को 30 लाख यूनिट अतिरिक्त बिजली की जरूरत होगी।
वजह यह कि पिछले ही साल के आम दिनों में यहां 55 लाख यूनिट बिजली की जरूरत रहती थी, जो दीपोत्सव के दौरान बढ़कर 82 लाख यूनिट प्रतिदिन तक पहुंच गई थी। एक अनुमान के मुताबिक हर सीजन में 5 फीसदी अधिक खपत होती है, क्याेंकि रोशनी और सजावट का दायरा बढ़ता है। इस लिहाज से इस साल दिवाली पर 89 लाख यूनिट बिजली की जरूरत होती, लेकिन बाजार नहीं सजने से खपत 85 लाख यूनिट से भी
कम रहेगी। बिजली निगम के अनुसार इस बार 5 फीसदी बचत का अनुमान है। बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता गिरीश जोशी ने बताया कि पिछली बार दिवाली के 3 दिनों के दौरान 80 मेगावाट लोड था। हर साल त्योहारी सीजन में यह 5 फीसदी बढ़ जाता है। इस बार यह उपभोग कम रहेगा। फिर भी ट्रांसफॉर्मर के स्टॉक से लेकर ड्यूटी लगाने तक की तैयारियां पूरी रखेंगे।
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