टोंक. नगर परिषद टोंक के वार्ड 43 व 44 दोनों ही आपस में सटे हुए है। दोनों ही वार्डों में मूलभूत सुविधाओं की आज भी दरकरार है। पुरानी बसावट होने कारण अधिकतर मकान तंग गलियां में है। वहां परिषद के कर्मचारियों द्वारा नियमित रूप से सफाई कार्य नहीं करवाया जा रहा है। गत वर्ष वार्ड में केबल के लिए सडक़ तोड़ी गई थी, जिसकी आज तक मरम्मत नहीं हो पाई है। दोनों ही वार्डों में विकास के नाम पर कोई खास नया काम एक साल में नहीं हो पाया है।
नगर परिषद का बोर्ड बने एक साल हो गया है, लेकिन वार्ड 43 के लोगों को अभी तक कोई नया काम नजर नहीं आया है। वार्ड के निवासी रईस व गुड्डू का कहना है कि एक साल में कोई नया काम नहीं हुआ। उन्होंने बताया की विद्युत गुल रहना सबसे बड़ी समस्या है। एक साल से दो ट्रांसफार्मर लगे हुए है, लेकिन अभी तक चालू नहीं होने से बिजली की आपूर्ति सही नहीं हो पा रही।
इतना ही नही खाद्य सुरक्षा योजना में डेढ़ सौ से अधिक मामले है, जिनके नाम नहीं जुड़ पाए। वार्ड के लोगों ने बताया कि बिजली विभाग की ओर से केबल डालने के लिए बमोर गेट से बटवालान मोहल्ले तक की खुदाई के बाद आज तक सडक़ की मरम्मत तक नहीं की गई है। साथ ही वार्ड में मवेशी घुमते रहते है। इस कारण बुजुर्गों को घर से बाहर निकलने में हमेशा दुर्घटना का डर बना रहता है।
लोगों ने यह भी भी बताया कि वार्ड में कई छोटी पुरानी नालियां सडक़ के बीच से निकल रही है, लेकिन वो अब मरम्मत के अभाव में क्षतिग्रस्त हो गई है। इस कारण गंदा पानी सडक़ पर रास्ते में बहता रहता है। वार्ड के आखिरी में स्थित बारूदखाना व महिला थाने की सडक़ पर पैदल भी नहीं चला जा सकता।
रास्ते में पानी बहकर आने से कीचड़ में फिसलने को डर लगा रहता है। यहां जलदाय विभाग की पाइप लाइन से पानी लीकेज होने से पानी बहता रहता है। बारूदखाना स्थित बस्ती में पहाड़ी पर रहने वालों ने बताया कि यहां मीठे पानी की समस्या है। लोग बोरिंग के खारे पानी से काम चला रहे है।
सफाई भी खुद ही करते है
वार्ड के लोगों का कहना है कि एक साल में विकास तो दूर कोई काम नहीं हुआ। हालात यह है कि गन्दा व बदबूदार पानी की सप्लाई होती है, जिससे वार्ड में डेंगू सहित अन्य रोगी ज्यादा आ रहे है। कई बार इस संबंध में पार्षद को भी समस्या से अवगत करा चुके है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। वार्डवासियों ने बताया कि सडक़ें व नालियां टूट चुकी है न तो नगर परिषद न ही वार्ड पार्षद ध्यान दे रहे है। इतना ही नहीं रोड लाइटों का तो उलटा हाल है, जहां दिन में तो जलती है, लेकिन रात को बंद हो जाती है, जिससे अंधेरा रहता है।
मोहल्ला बटवालान निवासियों ने बताया कि सफाईकर्मी भी नहीं आते है। खुद को ही गली कि सफाई करनी पड़ती है। वार्ड वासियों ने बताया की अधिकतकर वार्ड के घरों ने दो-से तीन तक नल कनेक्शन लिए हुए है, जिनके टोटी नहीं होने के कारण पानी सडक़ पर बहता रहता है।विकास के नाम पर वार्ड में कोई भी कार्य नहीं हुआ है।