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शनिवार, 21 नवंबर 2020

संचालकों ने हाथों में तख्तियां लेकर कलेक्ट्रेट पर दिया धरना

कोटा में स्कूल, कोचिंग में क्लासरूम पढ़ाई शुरू करने की मांग को लेकर शहरवासियाें का सड़कों पर उतरना शुरू हो गया हैं। शहर के विभिन्न संगठनों द्वारा गठित कोटा बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले शुक्रवार काे तख्तियां लेकर कलेक्ट्रेट पर किया धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद समिति के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ को सीएम के नाम ज्ञापन साैंपा।
प्रदर्शन करने वालों में शहर के हॉस्टल, पीजी, मैस संचालक, व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, ऑटो चालक यूनियन सदस्य, फुटकर व्यवसायी के अलावा फुटकर व्यापारी, चाय-पोहे के ठेले लगाने वाले, मैस और हॉस्टल्स में काम करने वाली महिलाओं के साथ-साथ हॉस्टल व मैस संचालक भी शामिल हुए।

समय-समय पर उठाई हैं मांग, लेकिन नहीं निकला समाधान
संघर्ष समिति के सदस्यों का कहना है कि शहर के विभिन्न संगठनाें, कोचिंग संचालकों, हॉस्टल, पीजी, मैस संचालक, व्यापारिक संस्थाएं, ऑटो चालक यूनियन, फुटकर व्यवसायियों द्वारा अलग-अलग मंचों पर कोटा में कोचिंग क्लासेज शुरू करने के लिए समय-समय पर मांग उठाई है। लेकिन, हर बार कोई न कोई आश्वासन देकर मामला शांत कर दिया गया। अब कोटा के हॉस्टल संचालकों द्वारा कोटा बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया है। समिति द्वारा कोटा में कोचिंग संस्थानों में क्लासरूम कोचिंग शुरू करवाने की मांग को लेकर हर मंच पर अपनी बात रखी जाएगी।

समिति पदाधिकारियाें ने कहा-अब ताे स्टूडेंट्स भी परेशान हाे रहे हैं
समिति पदाधिकारियाें ने कहा कि 8 महीने से काेचिंग संस्थान बंद हाेने से अब देशभर के स्टूडेंट, अभिभावक भी चाहते हैं कि कोचिंग शुरू की जाए। कोचिंग संस्थानों में स्टूडेंट्स व अभिभावकाें के लगातार फोन आ रहे हैं। पूछ रहे हैं कि कब कोचिंग शुरू होगी? हॉस्टल्स में भी फोन आ रहे हैं। लेकिन कहीं से भी संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा।

स्टूडेंट्स, पेरेन्ट्स आने को तैयार हैं। लेकिन, सरकार से अनुमति नहीं मिलने से असमंजस है। ऐसे में सरकार को जल्द कोचिंग शुरू करने की घोषणा करनी चाहिए, ताकि कोटा शहरवासियों को ही नहीं बल्कि पूरे देश के स्टूडेंट्स, पेरेन्ट्स को राहत मिल सके। स्टूडेंट्स की पढ़ाई शुरू हो सके और शहरवासियों को रोजगार मिल सके।

सरकार बनाए गाइडलाइन, उसकी पूरी पालना करेंगे
कोटा बचाओ संघर्ष समिति का कहना है कि कोटा के हॉस्टल व कोचिंग संचालक पहले ही राज्य सरकार को स्पष्ट कर चुके हैं कि जो भी गाइड लाइन बनाई जाएगी, उसकी अक्षरशः पालना की जाएगी। सोशल डिस्टेंसिंग हो या मास्क पहनने की अनिवार्यता, टेम्परेचर लेने के साथ-साथ सेनेटाइजेशन का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। यही नहीं चिकित्सा सुविधाओं के साथ-साथ हॉस्टल्स में आइसोलेशन एरिया जैसी सभी जरूरतें पूरी की जाएगी। राज्य सरकार को जल्द से जल्द कोचिंग और स्कूल में क्लासरूम की पढ़ाई शुरू करनी चाहिए।



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The operators took placards in the hands and staged a protest at the collectorate