Rajasthan Village News

राजस्थान के गांवो की ताज़ा खबरें हिंदी में

सोमवार, 21 दिसंबर 2020

कानपुरा कुआं हादसा पौने तीन माह बाद मूपाराम का शव देखते ही परिजन बिलख पड़े


कानपुरा कुआं हादसा पौने तीन माह बाद मूपाराम का शव देखते ही परिजन बिलख पड़े

पाली/सुमेरपुर/कानपुरा.पाली जिले के सुमेरपुर उपखण्ड क्षेत्र के कानपुरा गांव की सरहद में कुआं निर्माण कार्य के दौरान अंदर गिरे श्रमिक मूपाराम मीणा का शव आखिर 83 दिनों के बाद मिल गया। शव कुएं में खडी अवस्था में ट्रॉली में था। जिसे एसडीआरएफ व गोताखोरो ने बाहर निकाला। पुलिस ने शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। शव को देखकर परिजनों की आंखे भर आई। वहीं समाजबंधुओं ने मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी व आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की। अधिकारियों की समझाइश पर परिजन मान गए और गमगीन माहौल में दाह संस्कार किया गया। 

सलोदरिया ग्राम पंचायत के कानपुरा गांव में 27 सितंबर को कृषि कुएं में कार्य के दौरान कुआं ठहने से दो श्रमिक अंदर ही फंस गए थे। जिसमें एक श्रमिक जोगापुरा निवासी गोमाराम मीणा पाइप व रस्सी के सहारे सुरक्षित बाहर निकल आया लेकिन मूपाराम मीणा अंदर ही रह गया था। काफी दिनों तक मूपाराम का शव बाहर निकालने के प्रयास किए। लेकिन सफलता नही मिलने पर बचाव कार्य रोक दिया था। गत 13 अक्टूबर को नए सिरे में रेस्क्यू शुरु किया था। संभागीय आयुक्त व जिला प्रभारीमंत्री के निर्देश पर रेस्क्यू के लिए विशेष टीम का गठन किया। जिसके निर्देशन में समाजसेवी तखतसिंह राठौड़ के सानिध्य में दिन रात कार्य शुरु रखा। 

गुरुवार शाम कुआं में बचाव कार्य के दौरान श्रमिकों को शव नजर आया। लेकिन आसपास पानी की धारा तेज होने से मिट्टी गिरने से कार्य रोकना पडा। शुक्रवार सुबह से कार्य में तेजी लाई। अंदर भरे पानी को मोटर लगाकर बाहर निकाला। इसके बाद गोताखोर प्रकाश हरिजन व हरिशकुमार मेघवाल के साथ एसडीआरएफ टीम के अलावा नागरिक सुरक्षा बल के सदस्यों के साथ अंदर से शव को बाहर निकाला। शव से अत्यधिक बदबू आने के कारण सुरक्षा किट में डालकर बाहर रखा। जहा मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। 

शव देखकर बिलख पडे परिजन 

जैसे ही कुएं से शव को बाहर निकाला गया। मौके पर मौजूद मृतक के भाई व बच्चे अपने आंसू नही रोक पाए। मीणा समाज के लोगों ने उन्हें ढांढस बंधाया। यहा से एम्बुलेंस से शव को घर पहुंचाया। जहां से कुछ समय बाद ही दाह संस्कार कर दिया। मृतक की पत्नी व बच्चे बार-बार शव को देखकर बिलखने लगे। जिससे आसपास मौजूद गंाव की महिलाएं भी अपने आंसू नही रोक पाई।