ब्यावर. अमृतकौर चिकित्सालय की मदर चाइल्ड विंग के एसएनसीयू वार्ड में आग लगने की जानकारी लगते ही प्रसूताएं वार्ड की ओर दौड़ पड़ी। वों खुद पीड़ा के दौर से गुजर रही है लेकिन जैसे ही पता लगा कि उनका शिशु संकट में है तो मतता इन सब पीड़ा को भूल उठ खड़ी हुई। वों एसएनसीयू वार्ड की ओर दौड पड़ी। उनकी आंखों में आंसू थे एवं एक ही बात कह रही थी कि बस एक बार बच्चे को दिखा दो। चिकित्साल स्टाफ ने उनकी भावना को समझते हुए उन्हें बैठाया एवं उनके बच्चे से मिलाया। तब उनके आंसू थमे। एक पल पहले जहां आंखों में आंसू थे। बच्चों को सुरक्षित देखकर वों अपनी सारी पीड़ा को भूल गई एवं उनके मन को संतोष मिला। जानकारी अनुसार एसएनसीयू वार्ड में जो सोलह नवजात उपचाररत थे। उनकी मां अन्य वार्ड में भर्ती थी। जैसे ही एसएनसीयू वार्ड में आग की उन्हे जानकारी लगी। वों तत्काल की अपने पलंग से उठ खड़ी हुई। लोगों के लाख समझाने के बावजूद वों उस वार्ड की ओर जाने लगी। बाद में उन्हे ंसमझाकर बच्चा वार्ड में ले गए। जहां पर इन नवजात को शिफ्ट किया गया था। ऐतियातन एसएनसीयू वार्ड के पास स्थित अन्य वार्ड को भी खाली करवा दिया गया।
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