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मंगलवार, 30 मार्च 2021

अब नहीं बच सकेंगे साइबर अपराधी, सीमापार होने का नहीं मिल सकेगा लाभ

भोपाल. देश में लगातार बढ़ रहे साइबर अपराधों की रोकथाम केलिए केंद्र ने नया प्लान तैयार किया है। तीन-चार राज्यों का ग्रुप बनाकर इन ठगों की धरपकड़ की जाएगी। जल्द ही यह व्यवस्था दिखाई देने लगेगी। प्लान के तहत मध्यप्रदेश को अहमदाबाद रीजन में शामिल किया गया है। इस जोन में मध्यप्रदेश के साथ गुजरात, महाराष्ट्र और दमन एवं दीव शामिल रहेंगे। अगले एक सप्ताह में ये समूह काम करने लगेगा। इस व्यवस्था का मकसद अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए राज्यों की पुलिस में समन्वय स्थापित करना है, ताकि राज्यों की सीमा के बाहर बैठकर अपराध का जाल फैला रहे इन ठगों को जल्द पकड़ा जा सके।

ज्यादातर अपराधी दूसरे प्रदेश से
साइबर अपराधों में सबसे बड़ी समस्या अपराधियों की पहचान की होती है। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जो लोग ठगी करते हैं वे बहुत चालक और पढ़े-लिखे होते हैं इसलिए इनकी दी हुई जानकारी झूठी होती है।
साइबर पुलिस आइपी एड्रेस या अन्य माध्यमों से अपराधी के राज्य का पता लगा भी लेती है तो वहां उसे तलाशना काफी मुश्किल होता है।

अहमदाबाद जोन में शामिल
किस राज्य के साइबर अपराध किन महाराष्ट्र से जुड़े हुए हैं। मेवात रीजन में राज्यों से जुड़े हुए हैं, इसका डाटा हरियाणा, राजस्थान, यूपी, दिल्‍ली को तैयार किया गया है। मप्र को शामिल किया गया है। मेवात से ठगी के अहमदाबाद रीजन में शामिल करने का मामले आने और उनके निशाने पर मकसद यही है। प्रदेश में होने वाले सीमावर्ती राज्य होने से उन राज्यों साइबर अपराध ज्यादातर गुजरात- को एक समूह में रखा गया है।

अब ऐसे होगी कार्रवाई
अभी तक अलग-अलग राज्य एक-दूसरे से जानकारी साझा करते हुए अपराधियों तक पहुंचने की जद्दोजहद करते हैं, लेकिन इसमें संबंधित राज्य के प्रतिनिधि की मौजूदगी अनिवार्य होती है। अब इस तरह की सूचनाएं एक प्लेटफॉर्म पर देने से चारों राज्यों के पास एकसाथ जानकारी पहुंचेगी और साइबर टीमें सक्रिय हो जाएंगी। कानूनी रूप से के राज्यों में अपराध करने वालों की गिरफ्तारी या पूछताछ से संबंधित सरकारी प्रक्रिया की दिक्कतें भी सामने नहीं आएंगी।

राज्य साइबर सेल, एसपी गुरुकरण सिंह ने बताया कि साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिये राज्यों का रीजन बनाया गया है। अभी सूचनाओं के आदान-प्रदान का काम चल रहा है। इससे साइबर अपराधियों की धरपकड़ में आसानी होगी। इसके लिए अलग रणनीति पर काम हो रहा है।



source https://www.patrika.com/bhopal-news/now-cyber-criminals-not-to-escape-police-take-prompt-action-beyond-bor-6771284/