अजमेर.
राजस्थान लोक सेवा आयोग ने संस्कृत शिक्षा विभाग में प्रधानाध्यापक पद की भर्ती के लिए जारी अधिसूचना को अचानक वेबसाइट से हटा लिया। आवेदन बुधवार से भरे जाने थे। इसके सरकार से मार्गदर्शन जैसे तर्क दिए गए हैं। हालांकि ठोस वजह सामने नहीं आई है।
संस्कृत शिक्षा विभाग में प्रधानाध्यापक प्रवेशिका विद्यालय के तहत 83 पदों पर भर्तियां होनी है। इनमें सामान्य वर्ग में 21, विधवा 2, सामान्य महिला वर्ग में 6, अनुसूचित जाति सामान्य वर्ग में 11, विधवा वर्ग में 1, सामान्य महिला वर्ग में 3, अनुसूचित जनजाति सामान्य वर्ग में 7, सामान्य महिला वर्ग में 2, विधवा वर्ग में 1, अन्य पिछड़ा वर्ग में सामान्य वर्ग में 12, सामान्य महिला वर्ग में 1, विधवा वर्ग में 1, एमबीसी में सामान्य वर्ग के 3, सामान्य महिला वर्ग में 1 और ईडब्ल्यूएस में सामान्य वर्ग के 6 और सामान्य महिला वर्ग के 2 पद शामिल हैं। आयोग ने भर्ती की अधिसूचना 19 मार्च को वेबसाइट पर जारी की थी।
अचानक हटाई अधिसूचना
आयोग ने प्रधानाध्यापक प्रवेशिका विद्यालय की अधिसूचना को वेबसाइट से हटा लिया है। जबकि आवेदन 24 मार्च से 23 अप्रेल तक लिए जाने थे। अधिसूचना हटाने के पीछे आयोग ने सरकार से कुछ बिंदुओं पर मार्गदर्शन लिया जाना बताया।
कहीं उपचुनाव तो नहीं वजह!
सूत्रों के अनुसार राज्य में वल्लभनगर, राजसमंद और सहाड़ा में विधानसभा उपचुनाव होने हैं। तीनों विधानसभा क्षेत्र में चुनाव आचार संहिता लागू हो चुकी है। ऐसे में सरकार किसी भर्ती विज्ञापन के जरिए कोई मुसीबत मोल लेना नहीं चाहती। संभवत: इसीलिए अधिसूचना वेबसाइट से हटाई गई है। अब अप्रेल में चुनाव के बाद ही नई अधिसूचना जारी होगी।
यूं होगी परीक्षा
परीक्षा वस्तुनिष्ठ रूप में ऑफलाइन/ऑनलाइन होगी। प्रथम पेपर (सामान्य ज्ञान) में राजस्थान और भारत का इतिहास, भारतीय अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, भारत, राजस्थान और विश्व भूगोल के प्रश्न होंगे। द्वितीय पेपर (शैक्षिक प्रशासन) में सांख्यिकी, मानसिक तर्क शक्ति, सम-सामायिकी, हिंदी-अंग्रेजी भाषा ज्ञान, शैक्षिक मनोविज्ञान, शैक्षिक प्रबंधन और अन्य विषयों के प्रश्न होंगे।
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