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गुरुवार, 15 अप्रैल 2021

इतिहास की हर घटना को कहानी के रूप में पढऩा चाहिए

पाली. इतिहास किसी भी देश की संस्कृति व सभ्यता का दर्पण होता है। इतिहास की प्रत्येक घटना को कहानी के रूप में पढऩा चाहिए। इससे वह जल्दी याद होती है और उसे पढऩे में आनन्द का अनुभव होता है। इतिहास का अध्ययन करते समय पाठ की हर बात का ख्याल रखना जरूरी है। अध्याय में से छोटे-छोटे प्रश्न बनाकर पूछे जाते है। जैसे हिन्दू सुरत्राण किसे कहा गया?, राठौड़ों का यूलिसेस किसे कहा गया?, अबुल फजल ने हल्दीघाटी के युद्ध को कौनसा युद्ध कहा? आदि। ऐसे प्रश्न पाठों को गहनता से पढऩे पर मिलते है। पाठ पढ़ते समय इन बातों को अंडरलाइन कर लेना चाहिए।

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इस तरह लिखने चाहिए उत्तर
-इतिहास में उत्तर लिखने का एक तरीका है। जैसे 1857 की क्रांति के बारे में लिखना है तो 1857 की क्रांति के क्या कारण थे?, 1857 की क्रांति का स्वरूप, 1857 की क्रांति के परिणाम, 1857 की क्रांति के असफलता के कारण? आदि लिखने चाहिए।

-परीक्षा में कुछ सवाल तर्क शक्ति के आधार पर भी पूछे जाते है। जैसे यदि आप हमीर के स्थान पर होते तो अलाउद्दीन खिलजी से रणथम्भौर की रक्षा के लिए क्या-क्या प्रयत्न करते? यदि 1857 की क्रांति में भारतीय नरेश क्रांतिकारियों का सहयोग करते तो क्रांति सफल हो जाती अपने विचार लिखे? यदि आप पृथ्वीराज चौहान की जगह होते तो कौन-कौनसी भूले नहीं करते?
-निबन्धात्मक प्रश्न 6 अंक के होंगे। इसमें तीन विकल्प होंगे। इसमें महत्वपूर्ण अध्याय एक से भारतीय इतिहास की जानकारी के स्रोत, अध्याय दो से गुप्तकालीन कला, साहित्य व विज्ञान तथा चोल कालीन प्रशासन, कला व साहित्य, अध्याय छह से असहयोग आंदोलन, दयानंद सरस्वती के धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक सुधार आदि।

-भारत के मानचित्र में एतिहासिक स्थान भरने का एक प्रश्न छह अंक का पूछा जाएगा। इसके लिए एतिहासिक स्थल का राज्य पहले याद कर ले। इससे स्थान भरना सरल हो जाता है। प्रश्न पत्र में छह स्थान पूछे जाते है।
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इतना दिया गया है अंक भार
अध्याय एक व दो 15-15 अंक

अध्याय तीन हटा दिया गया है
अध्याय 4 से 10 अंक

अध्याय पांच से 5 अंक
अध्याय 6 से 20 अंक

अध्याय 7 से 15 अंक



source https://www.patrika.com/pali-news/every-event-in-history-should-be-read-as-a-story-6798305/