अजमेर.
कोरोना संक्रमण का पूरे देश में कहर जारी है। इससे बचाव के लिए सरकार प्रयासरत है। इसी कड़ी में अजमेर वन मंडल औषधीय पौधे तैयार कर रहा है। इनका जुलाई से वितरण शुरू होगा। प्रत्येक परिवार को नि:शुल्क आठ पौधे वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है।
वन विभाग की अजमेर, पुष्कर, खरवा, ब्यावर और अन्य नर्सरी में प्रतिवर्ष मानसून सक्रिय होने पर जिले में फलदार, छायादार और पुष्पीय पौधे लगाता है। यह कार्य स्वयं सेवी संस्थाओं, गैर सरकारी संगठनों, स्काउट-गाइड, सरकारी महकमों, शैक्षिक संस्थाओं के जरिए होता है। सीएम अशोक गहलोत के निर्देशानुसार इस बार औषधीय पौधे भी तैयार किए जा रहे हैं।
यह औषधीय पौधे शामिल
सरकार के आदेशानुसार तुलसी, गिलॉय, कालमेघ, अश्वगंधा, ग्वारपाठा, नीम और अन्य पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इनका वितरण जुलाई में किया जाएगा। प्रत्येक परिवार को आठ नि:शुल्क पौधे वितरित करने की योजना बनाई गई है। पौधरोपण का भी लक्ष्यवन विभाग मानसून में पौधरोपण के लिए भी पौधे तैयार कर रहा है। इनमें करंज, शीशम, अमलताश, नीम, बड़, सेमल, कचरना, गुलमोहर, अशोक, शीशम, गुलर, गुलाब, चांदनी, चमेली, गुड़हल, नाग चम्पा, कनेर, बोगनवेलिया , अमरूद, जामुन, सीताफल, अनार, इमली शामिल हैं।
यूं तैयार हो रहे पौधे
अजमेर वन मंडल की नर्सरियों में 25 लाख से ज्यादा औषधीय पौधे तैयार किए जा रहे हैं। सरकार के आदेशानुसार जुलाई से इनका वितरण होगा। पौध वितरण कार्य आधार कार्ड, जन आधार कार्ड के अनुसार होगा। इससे विभाग को प्रत्येक परिवार का ब्यौरा रखने में सहूलियत होगी। पौध वितरण का रिकॉर्ड भी तैयार किया जाएगा। विभाग इसमें शहरी निकायों, पंचायती राज संस्थाओं का सहयोग लेगा।
पौध वितरण का उ²ेश्य
-लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए औषधीय पौधे मुहैया कराना
-लोगों की इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए पौधे तैयार करना
-पौधों के माध्यम से आयुर्वेद को बढ़ावा देना
-घरों में इंडोर प्लांट से हरियाली बढ़ाना
-लोगों को पौधों की आवश्यकता और उपयोगिता समझाना
source https://www.patrika.com/ajmer-news/plants-medicinal-plants-prepare-soon-distribute-from-july-6841557/