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इस बार तीज व चौथ का व्रत एक साथ-चाँद का दीदार रात 9 बजकर 9 मिनिट पर होगा सातुड़ी तीज बुधवार को महिलाये नीमड़ी पूजा के बाद चाँद के अर्घ देकर खोलेगी पारणा——–
सुमेरपुर :24 अगस्त 2021- पंडित सुरेश गौड़ ने बताया कि इस बार भाद्रपद कृष्णा तृतीया को कज्जली तृतीया व बहुला चतुर्थी का व्रत 25 अगस्त बुधवार को एक साथ होगा l पंडित सुरेश गौड़ ने बताया कि सातुड़ी तीज पर सुहागिन महिलाए रंग बिरंगे पारम्परिक परिधान धारण कर सातुड़ी तीज धूम
-धाम से मनाएगी l पंडित गौड़ ने बताया कि भाद्रपद कृष्णा तृतीया को यह व्रत किया जाता है l इस बार तृतीया को चंद्रोदय व्यापिनि चतुर्थी होने से तीज व चौथ का व्रत एक साथ किया जायेगा l इस दिन सुहागिन महिलाओं द्वारा संतान व पति की दीर्घायु व अखंड सुहाग की कामना से यह व्रत किया जाता है

l इस बार 25 अगस्त बुधवार को रात में 9:09 बजे चंद्रोदय होगा lइसे कही बड़ी तीज’ तो कही सातुड़ी तीज’ तो कही कज्जली तीज के नाम से जाना जाता है राजस्थान में सावन की हरियाली तीज की तरह
सातुड़ी तीज के पूर्व दिन भी सिंजारा पर्व मनाया जाता है l पहले वर्ष नवविवाहित युवतियों व सगाई की हुई कन्याओं के ससुराल से वस्त्र सुहाग सामग्री व मिष्ठान आदि भेजा जाता है l महिलाओं द्वारा हर्षोल्लास पूर्वक तीज मनाई जाती है l इस दिन महिलाए तीज का व्रत रख कर दिन भर निराहार रहती है। इस दिन निर्जला उपवास रख कर शाम को मिटटी से छोटी तलाई बनाकर उसमे दूध व् जल भरकर नीम की डाली रोपकर निमड़ी और शिव-पार्वती जी की पूजा की जाती है l एवं सतु सहित सुहाग सामग्री अर्पित कर उसके बाद कहानी सुनकर चंद्रोदय होने पर अर्घ्य देकर पति द्वारा सातु का पिंडा पासती है l सास-जेठानी-ननद को बायना देने पर व्रत का पारणा खोलती है l उद्यापन में 13 या 16 महिलाओं को सातु के पिंडे व सुहाग सामग्री भेंट की जाती है l