साहवा-तारानगर रोड पर विश्वकर्मा प्लास्टर उद्योग में गुरुवार रात शार्ट सर्किट होने से सरसों की करीब 17000 क्विंटल तूड़ी व 500 क्विंटल लकड़ी जल गई। फैक्ट्री के मालिक काशीराम पुत्र चुनाराम प्रजापत निवासी नेटवा ने बताया कि शाम करीब 7.15 बजे बिजली लाइन में शाॅर्ट सर्किट हो जाने से तूड़े में आग लग गई। बाद में आई तेज आंधी से आग का प्रभाव बढ़ गया। सूचना पर प्रशासन की तरफ से पहले तारानगर, नोहर व चूरू से तीन हजार लीटर पानी की क्षमता वाली दमकल की व्यवस्था कर आग बुझाने का प्रयास किया। आंधी तेज होने के कारण आग पर देर रात तक काबू नहीं पाया जा सका।
उसके बाद प्रशासन द्वारा चूरू से 15 हजार लीटर पानी की क्षमता वाली दमकल और भेजी गई। वहीं स्थानीय टैंकरों के मालिकों द्वारा पानी लाकर आग बुझाने में सहयोग किया गया। सभी के प्रयासों से शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे आग पर कुछ हद तक काबू पाया गया। फैक्ट्री के मालिक प्रजापत ने बताया कि आग से फैक्ट्री के जरूरी कागजात, बिजली उपकरण, मोटर, तूड़ा व लकड़ी जल जाने से करीब 30 लाख रुपए का नुकसान हो गया।
शाम 7.15 बजे आग लगी, सुबह पांच बजे पाया जा सका काबू
सूचना पर साहवा एसएचओ गोविंदराम बिश्नोई, तारानगर तहसीलदार तेजपाल गोठवाल, हल्का पटवारी नथुराम रूलानिया आदि घटनास्थल पर पहुंचे। तारानगर तहसीलदार गोठवाल ने बताया कि फैक्ट्री में लगी आग पर सुबह पांच बजे काबू पाने के बाद तारानगर आया। तहसीलदार गोठवाल ने बताया कि मौके का जायजा लेने गिरदावर रामनिवास मीणा हल्का पटवारी नथुराम रूलानिया को भेज कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। तहसीलदार के आदेश पर हल्का पटवारी व गिरदावर ने मौके पर पहुंचकर आग से हुए नुकसान का जायजा लिया। मलिक प्रजापत ने बताया कि आग का रुख कस्बे की तरफ होने से अन्य फैक्ट्रियों को नुकसान नहीं हुआ।