उदयपुर : लॉकडाउन में जरूरतमंद प्रवासियाें और अन्य विशेष श्रेणियों के लोगों को गेहूं उपलब्ध कराने के लिए सर्वे प्रपत्र भरने की ऑनलाइन सेवा निशुल्क होने के बावजूद राशि वसूलने वाले ई-मित्र सेंटर को प्रशासन ने बुधवार को बंद करवा दिया है।
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की उपनिदेशक शीतल अग्रवाल ने बताया कि शहर के वार्ड नम्बर 5 स्थित गणेशघाटी क्षेत्र में ई-मित्र संचालक जितेन्द्र नागदा प्रति फॉर्म 50 रुपए वसूल रहा था। शिकायत की पुष्टि होने पर कलेक्टर आनंदी ने इसे स्थायी रूप से बंद करवा दिया है। साथ ही ईमित्र परियोजना के तहत जिले में काम देख रही एजेंसी मेवाड़ एजुकेशन को भी पाबंद किया कि जिले में उसके अधीन संचालित समस्त ई-मित्रों को आमजन को ई-मित्र सेवाएं देने के लिए सरकार से तय शुल्क ही लेने को कहे।
यह है गेहूं वितरण की योजना
यह सुविधा दो तरह के व्यक्तियों के लिए है। एक वे जो राजस्थान के निवासी हैं और जिनके पास जन आधार कार्ड है और परिवार एनएफएसए में चयनित नहीं है। दूसरे ऐसे व्यक्ति जो राजस्थान के निवासी नहीं हैं, लेकिन राजस्थान में रह रहे हैं और उनके पास जन आधार कार्ड भी नहीं है और परिवार एनएफएसए में चयनित नहीं है।