बाड़मेर : भारत में एक बार फिर बड़े टिड्डी हमले का खतरा मंडराने लगा है। अब एक बार फिर एफएओ ने भारत में बड़े टिड्डी हमले की चेतावनी जारी की है। इसके बाद केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से टिड्डी चेतावनी संगठन व राज्यों को भी इसके लिए अलर्ट रहने और तैयारियों के निर्देश दिए है। मई माह में भी लगातार टिड्डी के दल पाक से भारत में घुस रहे हैं।
इस बार अवयस्क टिड्डी के दल आ रहे हैं। 15 दिन पहले पाक से बाड़मेर-जैसलमेर के रास्ते घुसे ऐसे टिड्डी दल अब मध्यप्रदेश के नीमच, उज्जैन और झांसी तक पहुंच गए है। ऐसे में आने वाले दिनों में खतरा और बढ़ने वाला है।
जून के पहले सप्ताह से ही बड़े टिड्डी दल भारत में घुसने शुरू हो जाएंगे, जो आने वाले 2-3 महीने तक लगातार आ सकते हैं। इधर मानसून से पहले किसानों को टिड्डी हमले का सामना करना पड़ेगा। गत साल भी बड़ी संख्या में टिड्डी हमले से किसानों काे नुकसान हुआ था।
संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) के कृषि एवं खाद्य संगठन (एफएओ) के डेजर्ट लोकस्ट कंट्रोल कमेटी की गत साल इथोपिया में बैठक हुई थी, जिसमें 20 देशों से भी ज्यादा के टिड्डी चेतावनी संगठन के अधिकारियों ने हिस्सा लिया था। सऊदी अरब, ईरान, ओमान, यमन, इथोपिया और पाकिस्तान में टिड्डी के बड़ी संख्या में पनपने को लेकर चिंता जताई थी।
अब लाल सागर सहित समुद्री इलाकों के इन देशों में बड़ी संख्या में टिड्डी की ब्रिडिंग हुई है। एफएओ के मुताबिक टिड्डी का हवा के रूख के साथ मूवमेंट होता है। ऐसे में अब पाकिस्तान, ओमान, यमन से टिड्डी का मूवमेंट हवा के साथ भारत की तरफ बढ़ रहा है। इससे कुछ दिनों बाद भारत में बड़ा टिड्डी हमला हो सकता है। ये जून, जुलाई और अगस्त तक चलेगा।
ड्राेन, हवाई स्प्रे, दवाओं के लिए 14 करोड़ आवंटित, 800 ट्रैक्टर व 60 गाड़ियां किराए पर लेने के निर्देश
1. दवा-संसाधनों के लिए 14 करोड़ आवंटित:
कंद्रीय कृ़षि मंत्रालय ने सभी टिड्डी चेतावनी संगठनों व संभावित राज्याें को एडवाइजरी जारी करते हुए टिड्डी नियंत्रण के लिए तैयारियां करने के निर्देश दिए है। कीटनाशक दवाओं सहित अन्य आवश्यक संसाधनों की खरीद के लिए केन्द्र ने 14 करोड़ रुपए आवंटित की है।
2. 800 ट्रैक्टर किराए पर लेने के निर्देश:
कीटनाशक स्प्रे के लिए राज्य सरकार को 800 ट्रैक्टर किराए पर लेने के निर्देश दिए है। इसके लिए उसे डीजल और किराए के लिए एनडीआरएफ से पर्याप्त धनराशि भी आवंटित की है। आठ सौ ट्रैक्टरों के अलावा उनकी सहायता के लिए केंद्र सरकार की ओर से 55 गाड़ियों की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।
3. यूके से हवाई स्प्रे मशीनों के आयात पर समझौता:
ऊंचे स्थानों पर बैठी टिड्डी को नष्ट करने के लिए केंद्र सरकार ने मेसर्स माइक्रोन स्प्रेयर लिमिटेड इंग्लैंड से 30 अल्वा मास्ट एवं 30 माइक्रोनैयर हवाई स्प्रे मशीनों का आयात समझौता किया। भुगतान सहित इसकी शेष प्रकिया पूरी हो चुकी है। टिड्डी नियंत्रण के लिए इंग्लैंड से हेलिकॉप्टर भारत पहुंचने की संभावना है।
4. 11 तरह के कीटनाशक छिड़काव की मंजूरी:
टिड्डी दल को समूल नष्ट करने के लिए जहरीले कीटनाशक मैलाथियान 96% यूएलवी का केवल रेगिस्तानी क्षेत्रों/ बंजर चरागाह भूमि में ही किया जाता है। जो केवल रेगिस्तानी क्षेत्रों के लिए एफएओ द्वारा अनुशंसित है। टिड्डी नियंत्रण के लिए 11 कीटनाशकों के छिड़काव की सिफारिश को मंजूर कर लिया है।
5. कीटनाशक की उपलब्धता:
टिड्डी नियंत्रण कार्यालयों के पास अभी 47 हजार लीटर कीटनाशक उपलब्ध है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2020-21 के लिए 3 लाख लीटर मेलाथियान 96% यूएलवी की खरीद को स्वीकृति प्रदान की है। इसके अतिरिक्त 1,80,000 लीटर मेलाथियान 96% खरीदने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
टिड्डी हमले से निपटने के लिए केन्द्र तैयार
केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से टिड्डी के हमले की चेतावनी को देखते हुए सभी टिड्डी नियंत्रण संगठनों और राज्यों को अलर्ट किया है। एफएओ ने जून-जुलाई में टिड्डी हमले की चेतावनी दी है। केंद्र सरकार हवाई और ड्रोन से टिड्डी नियंत्रण के लिए तैयार है, इसके लिए तैयारियां की जा चुकी है।-कैलाश चौधरी, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री