बीकानेर : नंदी गाैशाला में रसाेई घर का ताला खाेलने काे लेकर हुए विवाद पर घटना के चार दिन बाद सदर थाना पुलिस ने नगर निगम उपायुक्त जगमोहन हर्ष के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। महापाैर सुशीला कंवर राजपुरोहित की ओर से दर्ज मुकदमे में उपायुक्त पर अभद्र व्यवहार करने, महिला पार्षद के साथ गाली गलाैच तथा काेविड महामारी अधिनियम की धज्जियां उड़ाने जैसे गंभीर आराेप लगाए हैं। विदित रहे इस विवाद काे लेकर पूर्व में जगमोहन हर्ष की ओर से भी सदर थाने में मुकदमा दर्ज है।
प्राथमिकी के अनुसार 21 मई काे पार्षद मनाेज बिश्नाेई की सूचना पर महापाैर सुशीला कंवर अपने पति विक्रम सिंह के साथ सुबह नंदी गोशाला पहुंची थी। बिश्नोई ने बताया था कि वैश्विक महामारी के चलते गोशाला में मजदूरों काे भाेजन नहीं मिला है। अधिकारी, कर्मचारी संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे। महापाैर गोशाला पहुंची ताे वहां पहले से की कई पार्षद, जनप्रतिनिधि मौजूद थे। रसोई पर ताला लगा था। इसकी सूचना आयुक्त काे दी।
उन्होंने राजेन्द्र राय काे माैके पर भेजा, लेकिन उन्होंने कहा कि चाबी जगमोहन के पास है और ताला खाेलने से मना किया है। उसके बाद मुख्य लेखाधिकारी गैरीशंकर रांकावत से बात की ताे उन्होंने भी यही जवाब दिया। इस पर जगमोहन हर्ष काे गोशाला बुलाया गया।
महापाैर का आराेप है कि जगमोहन ने गोशाला पहुंचते ही गाली गलौच शुरू कर दी। चेतना चौधरी के पति सहित पार्षद आनंद सिंह साेढ़ा, महेन्द्र बड़गूजर, शांतिलाल माेदी, वसीम फिराेज, प्रफुल्ल हटीला, अनूप गहलाेत, मांगीलाल बिश्नाेई, सुभाष स्वामी, लेखराम नाई और वहां मौजूद मेडिकल स्टाफ ने हर्ष काे समझाने का प्रयास किया ताे उसने राजनीतिक व प्रशासनिक पकड़ के बल पर झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कही। पुलिस ने धारा 509 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच रघुवीर सिंह उप निरीक्षक काे साैंपी है।