मालपुरा , मालपुरा कृषि मंडी में सरसों के भाव आसमान छूने से किसानों का रुख मंडी की तरफ बढ़ने लगा है। हालत यह है कि सरकारी समर्थन मूल्य के खरीद केंद्र पर माल की आवक लगभग शून्य होने से सरकारी कांटे पर सन्नाटा छाने लगा है। स्थिति यह है कि सरकारी खरीद केंद्र अब मात्र चने की आवक के भरोसे चल रहा है।
सरसों का हब कहलाने वाली मालपुरा मंडी में बीते कुछ दिनों से सरसों के भाव 45 सौ रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंचने से मंडी में आढ़तियों के यहां रोजाना आठ से दस हजार बोरी सरसों की आवक हो रही है । भाव तेज होने का असर सीधा सरकारी खरीद केंद्र पर पड़ा जहां एक सप्ताह पूर्व सैकडो़ं कट्टे सरसों खरीद की जा रही थी, वहां सोमवार को मात्र डेढ़ सौ कट्टे सरसों खरीद हुई।
मंडी समिति सचिव डॉ. रामपाल कुमावत का कहना है कि मंडी में सरसों की मांग व उच्च क्वालिटी की सरसों के भाव तेज होने से मंडी रोजाना आठ दस हजार बोरी आवक हो रही है। उधर, सरकारी समर्थन मूल्य के खरीद केंद्र क्रय विक्रय सहकारी समिति के भंवर लाल विजय व सागर शर्मा का कहना है कि समर्थन मूल्य 44 सौ पच्चीस रुपए प्रति क्विंटल होने व मंडी में भाव 45 सौ रुपए प्रति क्विंटल होने से किसान अपना माल मंडी में बेच रहे है, जिससे खरीद केंद्र पर माल की आवक अत्यधिक घटी है।