दूनी. देवड़ावास में अखिल भारतीय रैगर महासभा, रैगर समाज सुधारक महासमिति गोकर्णेश्वर व बीसलपुर महासभा के 25 पदाधिकारियों की टीम व सकल पंच देवड़ावास एवं श्री बाबा रामदेव युवा मंडल रैगर समाज टीम ने सकल पंच रैगर समाज एवं युवा मंडल रैगर समाज देवड़ावास की बैठक बाबा रामदेव मन्दिर देवड़ावास में समाज सेवी रामदेव जी बारोलिया की अध्यक्षता में हुई।
इसमें पंच पटेलों की सहमति से मृत्युभोज बंद करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की गई। बैठक में ग्राम में मृत्युभोज के नाम पर गंगोज/गंगाप्रसादी/मोसर/जीवितमोसर/शीशीपूजन /चरीपूजन या इस नाम के अलावा कोई अन्य नया नाम देकर कार्यक्रम नहीं करने का निर्णय लिया गया।
ग्राम के पांच पंचों के द्वारा पगडी़ दस्तूर करवाया जाएगा लेकिन वे वहां भोजन नहीं करेंगे। पगडी दस्तूर पर अब दिवंगत के परिजनों द्वारा अपने नजदीकी बहन बेटियों व रिश्तेदारों काे ही फोन पर ही आमन्त्रित करेंगे। इसके लिए कोई चिट्ठी नहीं छपवाई जाएगी। पगड़ी दस्तूर में मृतक के मेहमान व परिवारजन ही भोजन में शामिल होंगे।
वहीं आरतीया अधिकतम एक सौ एक रुपए ही किया जा सकेगा। पगडी़ दस्तूर पर मृतक के परिजनों द्वारा न्यूनतम राशि 101 रुपए रहेगी, जिसे रामदेव जी के मंदिर की दान पेटी में डाला जाएगा। अनावश्यक खर्चे को रोकते हुए मृतक की अस्थियों को अब आस पास के सरोवर या बीसलपुर दह में विसर्जित किया जा सकता है। महासभा व सकल पंचों द्वारा पारित उक्त प्रस्तावों का उलंघन करने पर वह समाज का दोषी होगा एवं उसके खिलाफ मृत्यु भोज प्रतिबंधित अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में हरिराम परसोया जिलाध्यक्ष अखिल भारतीय रैगर महासभा एवं बीसलपुर महासभा जिला टोंक नंदलाल वर्मा, अम्बालाल मौर्य, शंकर लाल हाथीवाल, यादवराय बदलोटिया, सागर मल वर्मा पन्द्राहेडा, ओमप्रकाश रैगर सहित सैकड़ोंसमाजबंधु उपस्थित रहे।