भीलवाड़ा. लाॅकडाउन के बाद काराेबारी प्राॅपर्टी काराेबार में मंदी को लेकर आशंकित थे, लेकिन ऐसा नहीं है। दाे महीने के लाॅकडाउन के बाद भी प्राॅपर्टी काराेबार में बराबर तेजी बनी हुई है। उप पंजीयन कार्यालय खुलने के बाद से लेकर लगातार जमीनाें की काफी रजिस्ट्री हाे रही हैं। रजिस्ट्री की संख्या काे देखकर कहा जा सकता है कि प्राॅपर्टी काराेबार में दाे महीने के लाॅकडाउन का काेई असर नहीं आया है और ऑफिस खुलने के बाद पहले की तरह काराेबार शुरू हाे गया है।
राज्य सरकार ने 18 मई से उप पंजीयन कार्यालय खाेलने की अनुमति दी थी। 18 मई से लेकर एक जून तक उप पंजीयन कार्यालय में 629 रजिस्ट्री हाे चुकी हैं। यानी 15 दिन में राेज औसतन 42 रजिस्ट्री हाे रही हैं। अच्छी संख्या में रजिस्ट्री सहित अन्य कामकाज से उप पंजीयन कार्यालय काे 15 दिन में ही एक कराेड़ 91 लाख 26 हजार 376 रुपए की आय हुई है। प्राेपर्टी काराेबार में धीरे-धीरे तेजी बढ़ेगी।
सबसे ज्यादा 1.58 कराेड़ की आय सेल डीड से हुई
201 सेल डीड : 15 दिनाें में जमीन खरीदारी की 201 रजिस्ट्री हुई है। इनमें अधिकांश भीलवाड़ा शहर और आसपास एरिया में खरीदी। सेल डीड से 1 कराेड़ 58 लाख 99 हजार 705 रुपए की आय हुई है। 69 अवार्ड: अलग-अलग संस्थाओंद्वारा जारी अवार्ड के 69 मामलाें की रजिस्ट्री हुई। इससे 70262 रुपए आय हुई। इनके अलावा 2 एग्रीमेंट, 7 गिफ्ट डीड व अन्य डाेक्यूमेंट रजिस्टर्ड हुए।
सबसे ज्यादा आवासीय काॅलाेनी के पट्टाें की रजिस्ट्रियां
सबसे ज्यादा 326 रजिस्ट्री निकायाें की ओर से जारी पट्टाें की हुई। पट्टाें की रजिस्ट्री का मतलब है प्राइवेट काॅलाेनाइजर्स की वर्किंग शुरू हाे गई। 2 महीने कामकाज बंद रहने से यह आशंका थी कि नई काॅलाेनियाें के लिए आने वाला समय मुश्किल रहेगा, लेकिन लाेगाें की डिमांड रहने से रजिस्ट्री हुई। इससे 2682429 की अाय हुई।