डूंगरपुर. लाॅकडाउन में पिछले 46 दिनों में शहर में बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए 138 घंटे कटौती की गई है। इतना लंबा रखरखाव अाैर गर्मी में लाेगाें काे घंटों बिजली से महरूम रखा ताे लगा कि इस बार निगम गंभीर है अाैर बरसात में लाेगाें काे काेई परेशानी नहीं हाेगी। पर मानसूनी दाैर से पहले निसर्ग तूफान का हल्का सा असर शहर में दिखते ही समूचा तंत्र हवा में झूल गया। बरसात की चार बूंदों के साथ ही निगम के पूरे सिस्टम का धुंआ निकल गया। पहली बारिश में अाधा शहर मंगलवार रात काे अंधेरे में साेने काे मजबूर हुअा। वहीं सबसे खास अाैर अापकाे जानना भी जरूरी है कि डिस्कॉम की काॅलाेनी अाैर जिले के बड़े अधिकारियों के निवास पर विशेष बिजली लाइन हाेने से बिजली सप्लाई बाधित नहीं हुई। इसके अलावा अधिकांश शहर में मंगलवार काे बिजली व्यवस्था बदहाल रही। लाेग स्थानीय कंट्रोल रुम पर फाेन लगाया। जहां पर बेसिक टेलीफोन काे बंद कर रखा था। इसके बाद अजमेर काॅल सेंटर पर फाेन करने के कारण वहां से शिकायत दर्ज हाेने के बाद समाधान नहीं हुअा। इससे शहरवासी काे तेज गर्मी, बारिश अाैर उमस से सारी परेशानी झेलनी पड़ी। लाेगाें के घरों में लगे इनवर्टर भी सुबह हाेते-हाेते डिस्चार्ज हा़े गए।
छाेटे-माेटे फाल्ट के लिए रातभर गुल रही बिजली, अगले दिन सुधारने में जुटे
शहर के कलेक्ट्रेट फीडर की सप्लाई रात 10 बजे तेज हवा शुरू हाेते ही बंद हा़े गई। इससे जुड़े न्यूकाॅलाेनी, सिंधी काॅलाेनी, प्रतापनगर, जयहिंद नगर, अशाेक नगर, ब्रह्मस्थली काॅलाेनी सहित आसपास की सप्लाई बंद हा़े गई। डिस्कॉम के तकनीकी कर्मचारियों की टीम रात 1 बजे तक फाल्ट ढूंढती रही नहीं िमला। इसके बाद जंपर काटते हुए कुछ इलाकों काे जाेड़ने का प्रयास किया। वहीं अधिकांश काॅलाेनी में रातभर अंधेरा रहा। इसी प्रकार वागड़ माता मगरी से जुड़े 11 केवी फीडर की सप्लाई बंद हा़े गई। इस फाल्ट काे ढूंढने में करीब अाठ से दस घंटे लग गए। इसके कारण वागड़ माता मगरी से जुड़ी पत्रकार काॅलाेनी, शहीद पार्क के सामने की काॅलाेनी सहित बड़े स्तर पर बिजली सप्लाई बंद रही। वही पुराने शहर में भी बिजली की लुकाछिपी रही। उदयपुरा, सिंटेक्स एरिया, बाेरी में रातभर बिजली बंद रही।
डीमिया फीडर फेल, पेयजल वितरण प्रभावित, 17 अप्रैल से शुरू हुआथा रखरखाव
शहर काे पेयजल सप्लाई देने वाली डीमिया फीडर इस मानसून पूर्व दाे बार रखरखाव के लिए कटौती हुई है। यहां पर भी पहली बारिश में मंगलवार रात काे फाल्ट अाने पर सप्लाई बंद हा़े गई। जाे बुधवार काे सुबह तक बहाल हा़े पाया। करीब 12 घंटे सप्लाई बंद हाेने से पेयजल सप्लाई भी अब प्रभावित रहेंगी। उदयविलास फिल्टर प्लांट बंद हाेने से उच्च जलाशय की टंकी नहीं भर पाई।
डिस्काॅम के शहरी क्षेत्र में मानसून पूर्व रखरखाव के लिए बिजली कटौती शुरू की थी। इसके लिए 17 अप्रैल से रखरखाव के लिए सुबह 8 से 11 बजे तक बिजली सप्लाई बंद रखी गई। इसके कारण अधिकांश शहर में शिड्यूल के अनुसार लगातार बिजली कटौती की गई। अधिकांश जगह ट्री कटिंग, जंपर सुधारने, फ्यूज ठीक करने, झूलती लाइन काे सुधारने संबंधित कार्य हाेते है। इससे मानसून में लाेगाें काे ज्यादा परेशानी नहीं हाे। एेसे में पिछले 46 दिन की बिजली कटौती का सार्थक परिणाम नहीं निकले।
ठेका हाेने के बावजूद तकनीकी कर्मचारी नहीं कर पाए सुधार : शहर में लाेगाें के घरों से बिजली के पाेल तक फाल्ट काे सुधारने का काम डिस्कॉम से ठेके पर दे रखा है। इसके अलावा बिजली के पाेल से ट्रांसफार्मर, 11 केवी लाइन के फाल्ट सुधारने का काम डिस्कॉम के तकनीकी कर्मचारियों काे हाेता है। शहर के वागड़ माता मगरी जीएसएस काे छाेडकर अधिकांश फाल्ट में ट्रांसफार्मर का फ्यूज सुधारने का काम था। जाे तकनीकी कर्मचारी रात के समय भी कर शहरवासियों काे राहत दे सकते थे।
यहां हुअा पूरा रखरखाव : डिस्काॅम की काॅलाेनी अाैर जिले के बड़े अधिकारियों के निवास पर विशेष बिजली लाइन हाेने से बिजली सप्लाई बाधित नहीं हुई। यहां ना हवाओं का प्रभाव था, ना ही बरसात की बूंदों ने काेई असर किया। एेसे में साफ जाहिर है कि निगम ने रखरखाव में प्रशासनिक तंत्र के साथ अपनी काॅलाेनी का ही विशेष ख्याल रखा। वहीं, जिले भर की अाम जनता काे पहले रखरखाव के नाम पर घंटों बिजली से महरूम रखा। इसके बाद बरसात अाते ही इनकाे दोबारा बिजली विहीन कर दिया। डिस्कॉम काॅलाेनी में बिजली बाधित नहीं हाेने से निगम के अफसर मोबाइल स्विच अाॅफ कर चैन से साेए अाैर जनता काे परेशान हाेने के लिए छाेड़ दिया गया।
हमारा बेसिक टेलीफोन खराब था। इस कारण गलियों के फाल्ट सुबह पता चले। बाकी जगह रात को सप्लाई शुरू कराने के प्रयास किए थे।- कमलेश्वर जैन, एईएन डिस्कॉम सिटी।