मुकेश हिंगड़ / उदयपुर. विधायकों को विधायक निधि की राशि को लेकर सरकार के प्रतिबंध हटाने के बाद सवा करोड़ रुपए अन्य विकास को लेकर खर्च करने के छूट के बाद विधायक अपने प्लान बनाने लगे है लेकिन हमने जब हमारे विधायकों से बातचीत कर किसानों व कृषि के हितों में बजट कितना और कहां खर्च करेंगे यह पूछा तो बोले कि गाइड लाइन के अनुसार खर्च करेंगे। एक विधायक बोले कि यह पैसा तो ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर है, किसानों के लिए तो अलग से पैकेज की बात विधानसभा में करेंगे। वैसे सरकार ने सवा दो करोड़ में से एक करोड़ तो कोविड-19 को देखते हुए चिकित्सा व्यवस्था के लिए ही रखा है। जिन विधायकों से बातचीत हुई पढ़े-
सवा करोड़ से नहीं हो सकता किसानों का भला
अभी तक तो पैसे आए नहीं है। इसमें सवा करोड़ रुपए से होगा क्या यह समझ से परे है। गरीबों के लिए पीने का पानी और सडक़-नालियों का काम महत्वपूर्ण है। बड़े काम तो हम नहीं कर सकते है। सवा करोड़ रुपए से मेरे विस की 72 इकाइयां है, उसमें इस राशि ऊंट के मुंह में जीरा है। किसानों को लेकर मन में बहुत कुछ है लेकिन इतनी सी रकम से कुछ नहीं होता है। हम सरकार पर दबाव बनाएंगे कि किसानों के लिए अलग योजनाओं के लिए राशि दी जाए।
- फूलसिंह मीणा, विधायक उदयपुर ग्रामीण
पानी की समस्या बड़ी, किसान भी परेशान है
मावली में सबसे बड़ी समस्या पानी की है। मै जल संकट को लेकर ज्यादा चिंतित हूं। लोगों की जितनी मदद इसमें करनी है वही फोकस रहेगा। वैसे इसमें किसान भी आ गए है, सब परेशान है। इस समय यह विषय महत्वपूर्ण है और इसके लिए ही बजट से प्लानिंग बनाकर काम करेंगे।
- धर्मनारायण जोशी, विधायक मावली
चिंतित तो हम है
किसानों की समस्या को लेकर वैसे भी हम चिंतित है। जो भी उनकी समस्या सामने आती है उसका समाधान कराते है। विधायक मद से खर्च को लेकर तो जो गाइड लाइन होगी उसके अनुसार राशि खर्च की जाएगी।
- दयाराम परमार, विधायक खेरवाड़ा
सडक़ व हेंडपंप की मांग रहती
हमारे क्षेत्र में किसान के लिए सडक़ व हेंडपंप की मांग आती है जिसे हम पूरा करते है। वैसे अब सरकार की गाइड लाइन मद खर्च करने को लेकर जो होगी उसके अनुसार राशि जनता के हितों के लिए खर्च करेंगे।
- बाबूलाल खराड़ी, विधायक झाड़ोल