पीसांगन थाना क्षेत्र के करनोस गांव में जमीनी विवाद के चलते बुधवार को हुई वृद्ध की हत्या के मामले में गुरुवार को अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में माली समाज के लोग जमा हो गए। मृतक के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तार और निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया।
जानकारी मिलने पर गुरुवार सुबह एकेएच पहुंचे पीसांगन एसडीएम समदरसिंह भाटी, आईपीएस डॉ. प्रियंका, एसपी ग्रामीण किशनलाल भाटी, ब्यावर वृत्ताधिकारी हीरालाल सैनी, पीसांगन थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह राठौड़ और अन्य ने घंटों तक ग्रामीणों तथा परिजनों की समझाइश की। पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर इस मामले में रूपारेल निवासी मोनू, कालू, धर्माराम, सोहनलाल, रामेश्वर, कैलाश, निंबा राम तथा सुरेश आदि को हिरासत में ले लिया है और परिजनों को आश्वासन दिया कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आश्वासन के बाद परिजनों से सहमति मिली तब जाकर पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान मोर्चरी के बाहर बडी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा।
मामले की जांच मांगलियावास थाना प्रभारी को साैंपी
गौरतलब है कि करनोस रूपारेल निवासी 60 वर्षीय पुखराज की जमीनी विवाद के चलते उन्हीं के रिश्तेदारों ने बोलेरो से कुचल कर हत्या कर दी। बुधवार शाम करीब 5 बजे परिजन उनका शव लेकर राजकीय अमृतकौर अस्पताल पहुंच गए। शव मोर्चरी में रखवा दिया गया। लेकिन परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया। बाद में पूरे मामले की जांच मांगलियावास थाना प्रभारी से करवाने के निर्णय पर करीब 18 घंटे बाद गुरुवार सुबह प्रशासन के साथ वार्ता के बाद सहमति बनने पर करीब 11 बजे बाद मृतक का पोस्टमार्टम किया जा सका।
पहले होती सख्त कार्रवाई तो नहीं बढ़ती बात
परिजनों का आरोप था कि जमीन का विवाद लंबे समय से चल रहा है। इसको लेकर पुखराज को आए दिन जान से मारने की धमकियां दी जा रही थीं। इस मामले को लेकर पूर्व में भी पुलिस को शिकायत दी गई जिसमें आरोपियों को पाबंद किया गया था। लेकिन अगर सख्त कार्रवाई होती तो शायद यह घटना नहीं होती।
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