
शहर में चार दिन पहले हुई बारिश का असर अब भी नजर आ रहा है। कारण यह रहा, नाले साफ नहीं हुए और सीवर लाइनें क्षमता के अनुरूप नहीं रही और संसाधन नाकाफी साबित हुई। पानी की निकासी नालों व सीवर लाइन से पर्याप्त हो नहीं पाई। कंट्रोल रूम में 1400 शिकायतें आई, लेकिन संसाधनों की कमी के चलते पूरी नहीं हो पाई। इसकी पूर्ति के लिए 55 मड पंप ही थे, जबकि आवश्यकता करीब 200 मड पंप व सबमर्सिबल पंप की थी। यही नहीं फायर ब्रिगेड में 54 गाड़ियां हैं, जिनमें डिजास्टर सिस्टम तक नहीं हैं।