कोरोना किसी को भी हो सकता है। यह “खास” और “आम” में फर्क नहीं करता। अमीर से लेकर सामान्य और गरीब, सभी में हो रहा है। लेकिन जरूरत है, इससे हिम्मत से लड़ने की। कोरोना होने पर भी पूरी सावधानी रखने और डॉक्टर्स की ओर से किए जाने वाले प्रयासों की बदौलत इसे हराना आसान है।
यह कहना है उन लोगों का, जो पहले पॉजिटिव हुए लेकिन आरयूएचएस और एसएमएस अस्पताल की टीम के बदौलत पूरी तरह सही होकर समाज में जागरुकता सम्बन्धी मैसेज दे रहे हैं। इनमें पूर्व विधायक, आईएएस, बिजनेसमेन और अन्य विशिष्ट लोग हैं। महत्वपूर्ण यह भी कि ये सभी आरयूएचएस की व्यवस्थाओं से संतुष्ट हुए और पूरे जददोजहद से जुटी डॉक्टर्स की टीम को साधुवाद दिया।
एसएमएस से आरयूएचएस (राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साइंस) शिफ्ट किए गए कोरोना अस्पताल में रोजाना दर्जनों मरीज आ रहे हैं। अभी भी 400 से अधिक मरीज भर्ती हैं। लेकिन सभी को बेहतर इलाज दिया जा रहा है। लेकिन फिर भी आमजन में भय व्याप्त है। इसी डर को दूर करने के लिए भास्कर ने उन सभी से बात की जो समाज में पैठ रखते हुए कोरोना को हराने की मैसेज दे रहे हैं। मालूम हो कि सभी को बेहतर इलाज मिले, इसके लिए डॉ. सुधीर भंडारी के नेतृत्व में टीम रोजाना रात को दस बजे से एक के बीच कोविड अस्पताल में दौरा करती है
हनुमान बेनीवाल
आरयूएचएस में सभी की बेहतर देखभाल हो रही है। सफाई से लेकर इलाज और कोरोना वॉरियर्स का हौंसला देखने लायक है। आरयूएचएस में सीटी स्केन नहीं होती और उसकी मशीन लगना जरूरी है। इसके लिए सरकार स्तर पर जो भी होगा, वह किया जाएगा। छह दिन भर्ती रहने के दौरान हर तरह का इलाज दिया गया। इंजेक्शन हों या प्लाज्मा थेरेपी, सभी मुझे दी गई।
रवि जैन, आईएएस
कोरोना के बारे में बार-बार अवेयर करने के बाद भी लोगों द्वारा नियमों का पालन नहीं करना ही इसके बढ़ने का प्रमुख कारण बन रहा है। लक्षण दिखते ही डॉ. सुधीर भंडारी को दिखाया और उन्होंने आरयूएचएस भर्ती किया। कोरोना टेस्ट, जांच में जांच कराने के बाद पॉजिटिव आने के बाद इलाज शुरू किया गया। बेहतर देखभाल के बाद पूरी तरह ठीक हूं।
राकेश मोहन, सेंट्रल जेल अधीक्षक
आरयूएचएस में हर समय कोरोना वॉरियर्स की टीम मौजूद रहती है और हर मरीज के आधार पर उसका इलाज किया जाता है। व्यक्तिगत तौर पर बात करें तो एसएमएस प्रिंसीपल डॉ.सुधीर भंडारी और टीम रात को 10 बजे से एक बजे के बीच जरूर आती थी। बिजनेसमेन संजय भंसाली सहित अनेक लोगों ने कहा कि आरयूएचएस में बेहतर सुविधाएं है।
मदन माेहन सिंघल, पूर्व मंत्री
कोरोना से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन इसमें पूर्ण सावधानी रखनी होती हैं। मैं और मेरी पत्नी दोनों ही आरयूएचएस में एडमिट हुए और यहां की व्यवस्थाओं से पूर्ण संतुष्ट हैं। न केवल आरयूएचएस स्टाफ बल्कि एसएमएस प्रिंसीपल डॉ. सुधीर भंडारी सहित उनकी टीम ने पूरी तन्मयता से समय और इलाज दिया। न केवल मैं बल्कि वहां भर्ती सभी मरीजों की बेहतर देखभाल हो रही है।
लक्षणों के आधार पर इलाज
हमारे पास बेहतर कंसल्टेंट टीम है और मरीजों के लक्षणों के आधार पर उपचार किया जा रहा है। दिन में समय नहीं मिल पाता, लेकिन रोज रात को अस्पताल का दौरा करते हैं। रेमिडिसिविर और टॉक्सिलिजुम्ब जैसे महंगे इंजेक्शन और प्लाज्मा तक निशुल्क दिया जा रहा है। जरूरतमंदों को निशुल्क प्लाज्मा थेरेपी दी जाती है, जिसका निजी अस्पतालों में काफी रुपया लिया जा रहा है।
-डॉ. सुधीर भंडारी, प्रिंसीपल, एसएमएस मेडिकल कॉलेज।
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