राजस्थान कांग्रेस के लिए बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी के सदस्य व राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन अगले सप्ताह प्रदेश के दौरे पर आएंगे। हालांकि सचिन पायलट दाे दिन पहले ही दिल्ली जाकर माकन से मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन पायलट गुट के अन्य सदस्याें से वे यहीं आकर मिलेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच उभरे मतभेदों पर सुनवाई करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनियां गांधी ने कमेटी को जिम्मेदारी सौंपी है। इसमें अहमद पटेल, कांग्रेस संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल व प्रदेश प्रभारी अजय माकन को शामिल किया गया है।
अजय माकन के आने के बाद कमेटी के अन्य सदस्य भी अगले सप्ताह प्रदेश का दौरा कर सकते हैं। कांग्रेस आलाकमान ने कमेटी को पूरे विवाद की जल्द सुनवाई कर इसका पटाक्षेप करने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि कमेटी एक महीने में ही सुनवाई पूरी कर आलाकमान को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
इधर कमेटी के दौरे की सूचना से राजस्थान कांग्रेस के दोनों कैंपों में हलचल तेज हो गई है। आलाकमान के दखल के बाद भले ही दोनों कैंपों के बीच युद्ध विराम हो गया है लेकिन नाराजगी का स्तर दोनों तरफ अभी भी बरकरार है। हालांकि वेणुगोपाल पहले ही दोनों खेमों को यह हिदायत दे चुके हैं कि विवाद से जुड़े किसी भी मामले में कोई भी पक्ष मीडिया में बयानबाजी नहीं करेगा। ऐसे में सार्वजनिक तौर पर भले ही नाराजगी सामने नहीं आ रही लेकिन अंदरखाने स्थितियां अभी भी वैसी ही हैं।
अजय माकन से तार जाेड़ने में जुटे प्रदेश कांग्रेस के विधायक और सरकार के मंत्री
कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी अजय माकन से राज्य के विधायक और मंत्री तार जाेड़ने में जुट गए हैं। विधायकाें की ओर से जहां कैबिनेट में जगह पाने के लिए जुगाड़ लगाने की तैयारी में हैं, वहीं मंत्री कैबिनेट में बने रहने की काेशिश में हैं। सूत्राें का कहना है कि कैबिनेट विस्तार में कई मंत्रियाें की छुट्टी हाे सकती है। इसमें कुछ ताकतवर मंत्री भी शामिल है। ऐसे में उनकी छुट्टी न हाेने पाए। इसके लिए माकन के अलावा केंद्रीय नेतृत्व से भी संपर्क करने की काेशिश की जा रही है।
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