तीन दिन पहले संभागीय आयुक्त भंवर लाल मेहरा ने कोरोना के बढ़ रहे मरीजों के दृष्टिगत सैंपलिंग जिला अस्पताल की लैब की क्षमता के अनुसार बढ़ाने की हिदायत दी थी, इसके बावजूद आदेश के सकारात्मक परिणाम नजर नहीं आ रहे। लैब की क्षमता की तुलना में 60 फीसदी भी सैंपल नहीं लिए जा रहे। रिपाेर्ट भी 12 से 14 घंटों के बीच देने की बजाय दो दिन देरी तक मिल रही है।
संभागीय आयुक्त के निर्देश के बाद विभागीय अधिकारियाें ने 31 अगस्त को बैठक में सैंपलिंग की संख्या बढ़ाने व टेस्टिंग की रफ्तार तेज करने के काे कहा था। फिर भी जिले में प्रतिदिन 300 से कम सैंपल लिए जा रहे हैं। जबकि लैब की क्षमता 500 से अधिक की है।
दूसरी ओर राज्य सरकार का फोकस संक्रमण खत्म करने के लिए मरीजों, संदिग्ध और सुपर स्प्रेडर श्रेणी के लोगों के ज्यादा संख्या में सैंपल लेने पर है। इस बीच गुरुवार को जिले में 17 नए रोगी मिले। अब तक 924 काेराेना राेगी मिल चुके हैं। नए रोगियों में 8 सूरतगढ़ के एक प्राइवेट बैंक में कार्यरत कर्मी हैं। पीएमओ के अनुसार गुरुवार तक जिले में 531 रोगी रिकवर हो चुके थे और 379 रोगी एक्टिव थे।
सप्ताह में 1677 सैंपल लिए, यानी औसत 239, रिपोर्ट में लगा रहे 2-3 दिन
कोरोना जांच लैब में एक साथ 93 सैंपल टेस्ट करने की क्षमता की दो पीसीआर मशीनें हैं। इससे एक साथ 186 सैंपलों की टेस्टिंग की जा सकती है। लैब तीन पारियों में चलाने पर 558 सैंपलों की टेस्टिंग हो सकती है। स्टाफ व संसाधनों की कमी के कारण लैब को दो पारियों में ही चल रही है। ऐसे में अधिकतम 372 सैंपलों की टेस्टिंग हो सकती है। वर्तमान में जिले में 300 से भी कम लोगों की सैंपलिंग हो रही है।
बुधवार शाम तक लैब को फील्ड व अस्पताल से लिए 294 सैंपल मिले थे। जबकि राज्य सरकार ने प्रत्येक ब्लॉक से प्रतिदिन 50-50 सैंपल लेने की गाइड लाइन जारी की हैं। शहर की घनी आबादी क्षेत्र में सुपर स्प्रेडर श्रेणी में चिह्नित लोगों सब्जी विक्रेता, हेयर सैलून वालों, किराना दुकानदारों, दूध विक्रेताओं आदि के भी रेंडम सैंपल लेने के निर्देश हैं। पूर्व में जिला प्रशासन ने भी प्रतिदिन 500 सैंपल लेना तय किया था। सीएमएचओ डाॅ. गिरधारी लाल मेहरड़ा के अनुसार जरूरत अनुसार सैंपल लिए जाते हैं।
पिछले एक सप्ताह में 27 अगस्त से लेकर 2 सितंबर शाम तक लैब को 1677 सैंपल प्राप्त हुए। औसतन प्रतिदिन 239 सैंपल लिए गए। इसमें 27 अगस्त को 227, 28 को 347, 29 को 264, 30 को 120, 31 अगस्त को 194, 1 सितंबर को 231 और 2 सितंबर को 294 सैंपल लिए गए। 29 व 30 अगस्त को लिए सैंपलों की जांच रिपोर्ट 2 सितंबर को मिली। गुरुवार को 200 सैंपलों की जांच रिपोर्ट पेंडिंग थी।
यह है कारण...पास बॉक्स का अभाव, स्टाफ भी कम, लैब में संसाधन तक नहीं
पीएमओ डॉ. केएस कामरा ने कोविड लैब के प्रभारी डॉ. सतीश लेघा और सह प्रभारी डाॅ. महेश वर्मा को संभागीय आयुक्त के निर्देशों से अवगत करवाते हुए पत्र भेजा है। इसमें कहा है वर्तमान में सैंपल की की रिपोर्ट में अधिक समय लगता है। संभागीय आयुक्त ने इसे गंभीर माना है। संभागीय आयुक्त ने सैंपल की रिपाेर्ट 12 से 14 घंटे के बीच रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए थे। इसकी पालना की जाए।
वहीं लैब प्रभारी डॉ. सतीश लेघा के अनुसार लैब में पास बॉक्स के अभाव में लाइसिस रूम में सैंपल की प्रोसेस करने के बाद एक्सट्रेशन रूम में भेजने में समय लगता है। इससे सैंपल की प्रोसेसिंग स्लो रहती है। लैब में वर्तमान में 5 डॉक्टर, 13 एलटी और 2 कंप्यूटर ऑपरेटर हैं। इससे लैब दो पारियों में ही चल पाती है। तीन पारियों में चलाने के लिए 9 डॉक्टर, 25 एलटी और 4 कंप्यूटर ऑपरेटर हाेने चाहिए। इसके अलावा सैंपल टेस्टिंग के दौरान स्टाफ के बैठने के लिए टेक्नीकल स्टूल भी नहीं हैं। इससे सैंपल टेस्टिंग में देरी हो जाती है।
घड़साना व रावला का एक एक स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव
नए 17 रोगियों में 8 रोगी सूरतगढ़ के एक प्राइवेट बैंक में कार्यरत व्यक्ति हैं। वहीं घड़साना सीएचसी का एक एलटी व थाने का एक एएसआई भी संक्रमित पाए गए हैं। सीएमएचओ ने बताया कि गुरुवार को सूरतगढ़ में 9 पॉजिटिव आए हैं, इनमें एक हनुमानगढ़ निवासी है। सूरतगढ़ के वार्ड नंबर 24 में दो, 30, 06, 18, 23, 10 व टीपीटी कॉलोनी के पास एक-एक कोरोना पॉजिटिव है। सभी की संपर्क हिस्ट्री है। घड़साना में चार पॉजिटिव हैं। रावला व सेतिया कॉलोनी श्रीगंगानगर में एक-एक संक्रमित है। अनूपगढ़ में तीन बीएसएफ कर्मी पॉजिटिव आए हैं।
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