मानसून सीजन के तीन माह गुजरने के बाद भी भरतपुर औसत बारिश के लक्ष्य से 26 प्रतिशत पीछे है। अब तक 490 मिमी बारिश हो चुकी है। जबकि मानसून सीजन का औसत बारिश का कोटा 665 मिमी है। इस तरह औसत बारिश का कोटा पूरा करने के लिए 175 मिमी बारिश की और जरूरत है।
मौसम विभाग में दर्ज आंकड़ों के अनुसार पिछले 8 साल में सितंबर में केवल तीन साल ही अच्छी बारिश हुई। पांच साल सितंबर में कम बारिश हुई। सबसे अधिक बरसात वर्ष 2012 में 177 मिलीमीटर बरसात हुई है। उसके बाद वर्ष 2018 में 152 तथा पिछले वर्ष सितंबर में 138.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई थी। सितंबर में औसत बारिश का कोटा 125 मिमी है।
बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम 4 सितंबर तक बनने की उम्मीद है लेकिन यह कमजोर बताया जा रहा है। इससे ज्यादा बारिश नहीं होगी। दो दिन से बादल छाने और बारिश नहीं होने के कारण मौसम में तल्खी आ गई है। इससे तापमान में इजाफा हुआ है।
कल बनेगा सिस्टम, हल्की बरसात की संभावना
बंगाल की खाड़ी में अभी कोई मजबूत सिस्टम सक्रिय नहीं हो रहा है। मौसम विशेषज्ञ आरके सिंह का कहना है कि 4 सितंबर को कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, लेकिन अभी कमजोर है। इसलिए पूर्वी राजस्थान तक असर करेगा। इसमें संदेह जताया जा रहा है।
फिर भी सिस्टम के प्रभाव से स्थानीय स्तर पर ही हल्की बारिश हो सकती है। क्योंकि छितराये बादल बने हुए हैं तथा आर्द्रता की अनुकूल स्थिति बनी हुई है। बुधवार को आर्द्रता 86 प्रतिशत दर्ज की गई।
सितंबर में कब कितनी बरसात
वर्ष बारिश
2012 177.0
2013 72.7
2014 60.0
2015 43.7
2016 20.0
2017 16.5
2018 152.0
2019 138.5
2020 00.0
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