झुंझुनूं. पंजाब के पठानकोट में क्रिकेट सुरेश रैना के फूफा और फुफेरे भाई की हत्या के आरोपी पांच-छह साल से चिड़ावा की झुग्गी-झोपडिय़ों में रह रहे थे। आरोपी ऐसे शातिर हैं कि दूसरी जगह वारदात कर वापस चिडावा आकर रहने लग जाते थे। इस मामले में पुलिस ने पांच जनों को गिरफ्तार कर लिया है। दो को पहले दिन गिरफ्तार कर लिया था, जबकि तीन को बुधवार को गिरफ्तार किया है। हत्या में कुल दस से अधिक आरोपी शामिल थे। बुधवार को गिरफ्तार आरोपी तारूब, मोहब्बत और सावन हैं। यह हत्या की वारदात में शामिल थे। सुलताना से दो दिन पहले गिरफ्तार रेहान और रिजवान ने पंजाब पुलिस की पूछताछ में अहम खुलासे किए। उन्होंने पठानकोट में दोहरे हत्याकांड और लूट की वारदात को कबूल कर लिया। सूत्रों के अनुसार आरोपी पंजाब में वारदात कर वापस चिडावा आ गए तथा गांवों से कचरा बीनने लगे। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि गैंग में 10 से ज्यादा लोग शामिल हैं। जो कि गैंग के साथ वारदात करते थे। पुलिस टीम अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही हैं। उधर, पंजाब पुलिस मुख्यालय ने वारदात के खुलासे में अहम योगदान देने पर झुंझनूं एसपी जेसी शर्मा, डीएसपी सुरेश शर्मा और डीएसटी टीम के सहयोग की सराहना की। वही इस सहयोग के लिए पंजाब में सम्मानित करने की घोषणा की।
बुधवार को भी तलाश
हत्या के आरोपियों की तलाश में बुधवार को भी पंजाब पुलिस ने जगह-जगह तलाशी अभियान चलाया। जिसमें स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया गया। गौरतलब है कि पठानकोट के थरियाल गांव में क्रिकेटर रैना के रिश्तेदार के घर 19 अगस्त को लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। जिसका विरोध करने पर आरोपियों ने दो जनों की हत्या कर दी थी। आरोपियों की लोकेशन के आधार पर चिड़ावा क्षेत्र में तलाश की गई। जिसमें सुलताना से दो जनों को हिरासत में लिया गया था।
कचरे के बहाने रैकी, विरोध करने पर हत्या
यह एक शातिर गिरोह है। जो कचना बीनने के नाम पर रैकी करता है। ऐसे घर, प्रतिष्ठानों की तलाश में रहता है जहां पैसे व गहने ज्यादा मिले और सुरक्षा कमजोर हो। पूरी तहकीकात के बाद आरोपी वारदात करते हैं। इस दौरान कोई विरोध करता है तो उसे मौत के घाट उतार दिया जाता है।