मिर्धा अपहरण कांड मामले में मुख्य गवाह रहे दूधिए हनुमान सहाय के जगतपुरा में गाेविंदपुरा स्थित घर में बुधवार रात काे हुई लूटपाट के मामले में दूधिए ने एक बदमाश काे पहचान लिया है। एक बदमाश कुछ दिन पहले दूधिए की काॅलाेनी मे मजदूरी करने आया था। जाे लंगड़ाकर चलता है।
बदमाश के जूते भी वहीं रह गए। दूधिए ने बदमाश के कानाेता इलाके में रहने की बात कही है। ऐसे में पुलिस अब उसकी तलाश में कई जगह दबिश दे रही हैं। हालांकि मामले में दूसरे दिन पुलिस काे काेई क्लू नहीं मिला। बदमाश दूधिए हनुमान बागड़ा के घर से करीब चार किलाे चांदी के जेवर, छह ताेले साेने के जेवर, साेसायटी के प्लाटाें के पट्टे, आर्म्स लाइसेंस, 15 जिंदा कारतूस, राष्ट्रपति पदक ले गए। साथ ही दूधिए की राईफल काे दूर फेंक गए। दूधिए काे सरकार ने मिर्धा अपहरण कांड का मुख्य गवाह हाेने के कारण सुरक्षा दे रखी थी मगर करीब चार साल पहले पूरी सुरक्षा हटा कर उन्हें हथियार लाइसेंस दे दिया।
हनुमान बागड़ा ने पुलिस काे बताया कि बदमाश बुधवार रात करीब साढ़े 12 बजे घर में घुसे। घर में दाे कमराें में परिवार के अन्य सदस्य साे रहे थे। जिनके दरवाजाें के बाहर से कुंदी लगा दी। इसके बाद बाहर चारपाई पर साेते हुए के उसके रस्सी से हाथ पांव बांध दिए और एक बदमाश चाकू लेकर उनके पास बैठ गया।
इसके बाद अन्य बदमाशाें ने कमराें के ताले ताेड़कर बक्साें की तलाशी ली व जेवर सहित अन्य कागज समेट कर ले गए। रात करीब तीन बजे हनुमान ने किसी तरह से अपने हाथ पांव खाेले और परिवार के सदस्याें काे बताया। तब लाेगाें काे घटना का पता चला।
दूधिए हनुमान सहाय ने बताया कि बदमाशाें के जूते और चप्पल वहीं रह गए। घर में घुसते समय बदमाशाें ने जूते चप्पल खाेल दिए थे ताकि अावाज नहीं हाे। एक बदमाश का चेहरा पहचना दिख रहा था। वह लाॅक डाउन से पहले उसने घर के आसपास मजदूरी की थी।
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