मेड़ता पुलिस थाने में मंगलवार रात को पुलिस हिरासत में लिए गए एक 55 वर्षीय व्यक्ति की हृदय गति रुक जाने के कारण अजमेर में उपचार दौरान मृत्यु हो गई। पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड़ ने बताया कि मंगलवार शाम को काका व भतीजे के बीच खेत के रास्ते को लेकर विवाद हुआ था। इस पर पुलिस को इतला मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची।
इस दौरान रामकिशोर (32) पुत्र घेवरराम जाट, घेवरराम (55) पुत्र उग्राराम जाट व भतीजा सुनील (24) पुत्र पुरखाराम निवासी सोगावास को शांति भंग करने के आरोप में धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया गया था। बताया गया कि खेत को लेकर भाइयों में आपस में विवाद चल रहा था। पुलिस कस्टडी में रात 3:27 बजे अचानक घेवरराम की तबीयत बिगड़ गई।
जिसे मेड़ता सिटी के राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया, जहां से उसे अजमेर रेफर किया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घेवर राम की पुलिस हिरासत में हुई मृत्यु के बाद अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, डीडवाना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता, पुलिस उप अधीक्षक विक्रम सिंह भाटी, डेगाना पुलिस अधीक्षक विनीता खोखर सहित क्षेत्र के थानाधिकारी मय पुलिस जाब्ते के तैनात रहे।
मृतक के बेटे को अजमेर रेंज में पदस्थापन की मांग उठाई
उधर अजमेर में समूचे मामले पर पुलिस अधिकारियों व पीड़ित पक्ष के बीच वार्ता हुई। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सीजेएम महेंद्र प्रताप बेनीवाल ने हिरासत में हुई मौत के मामले में न्यायिक न्यायिक जांच के आदेश दिए। अजमेर पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों व पीड़ित पक्ष के बीच हुई वार्ता में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के लिए सहमति बनी कि पोस्टमार्टम के बाद जो भी कारण सामने आएंगे उसी के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। वार्ता के दौरान मृतक घेवरराम जाट के पुत्र दिनेश रियाड़ वर्तमान में राजसमंद पुलिस में सिपाही पद पर तैनात है। उनका अजमेर रेंज पुलिस में पदस्थापन करने के संबंध में प्रतिनिधियों ने पुलिस अधिकारियों से चर्चा की।
डॉ. ने कहा- परीक्षण के वक्त तबीयत ठीक थी, रात पौने 4 बजे लेकर आए तो हार्ट संबंधी तकलीफ थी
मेड़ता राजकीय अस्पताल के डॉ. कमलेश गौरा का कहना है कि मंगलवार शाम 5:30 बजे मेड़ता सिटी थाना पुलिस 3 लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए लेकर पहुंची। इस दौरान तीनों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया, जो उस समय बिल्कुल सही थे। इसके बाद मेड़ता सिटी थाना पुलिस रात सवा 3:45 बजे घेवरराम को बेहोशी की हालत में हॉस्पिटल लेकर पहुंची। इस दौरान उनकी जांच की गई। जिसमें प्रथम दृष्टया पाया गया कि अचानक हार्ट की प्रॉब्लम हुई थी। जिस पर उन्हें अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया। ज्यादा तकलीफ होने पर उन्हें हाई सेंटर अजमेर में उपचार कराने के लिए रेफर किया गया था।
पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंपा
पुलिस हिरासत में घेवरराम की हुई मृत्यु प्रकरण को लेकर नागौर कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी व पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड़ मेड़ता पहुंचे। जहां पुलिस हिरासत में हुई मृत्यु को लेकर स्थानीय अधिकारियों से चर्चा की तथा अजमेर में उच्चाधिकारियों से वार्ता की। कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि पीड़ित पक्ष से वार्ता होने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया गया तथा मृतक का शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।
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