महावीरनगर थाना क्षेत्र में एक पत्थर व्यापारी ने घर पर ही फंदा लगाकर जान दे दी। सुसाइड का खुलासा रविवार सुबह तब हुआ, जब व्यापारी का बेटा उसे जगाने गया। सुसाइड की प्रारंभिक वजह आर्थिक तंगी बताई जा रही हैं, लेकिन पुलिस दावा नहीं कर रही हैं।
मृतक के कमरे से मिले सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने मामले में दो व्यक्तियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले में की ऐसे की सवाल हैं, जिनके जवाब पुलिस जांच के बाद ही मिल सकेंगे।
महावीरनगर सीआई राजेन्द्र सिंह ने बताया कि महावीरनगर विस्तार योजना निवासी महेन्द्र विजयवर्गीय (48) पत्थर व्यवसायी थे। उनकी डाबी के बडकू में खान थी। शनिवार रात को महेंद्र विजयवर्गीय अपने कमरे की बजाय नीचे जाकर दूसरे कमरे में सो गए। रविवार सुबह बेटा उठाने गया ताे वे फंदे पर लटके मिले।
विजयवर्गीय के बेटे ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में कहा कि पिता पिछले कुछ दिनों से तनाव में व गुमसुम रहते थे। वे कुछ दिनों पहले घर से बिना बताए चले गए थे। पुलिस ने मामले में घर से बरामद किए सुसाइड नोट में आत्महत्या का जिम्मेदार नरेश विजय व राजेन्द्र मीणा को बताया हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महेंद्र पर लाखों का कर्जा था।
खान में उसे कुछ समय पहले घाटा लग चुका था। नरेश विजय व राजेंद्र मीणा भी उससे करीब 30 से 40 लाख रुपए मांगते थे। महेंद्र विजय उन्हें पैसा भी देना चाहता था, लेकिन नरेश विजय खान में हिस्सेदारी मांग रहा था।
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