उदयपुर-बांसवाड़ा मुख्य मार्ग से ट्रक में भरकर कत्लखाने ले जाई जा रही 31 भैंसों को मुक्त करवाते हुए झल्लारा थाना पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आसपुर क्षेत्र से भैंसों को खरीद कर जयपुर झोटवाड़ा स्थित कत्लखाने ले जाया जा रहा था।
थानाधिकारी रमेशचंद्र बोरीवाल ने बताया कि मंगलवार को रात्रि गश्त के दौरान उदयपुर-बांसवाड़ा मुख्य मार्ग से अवैध रूप से ट्रक में भैंसों को भरकर जयपुर कत्लखाने ले जाए जाने की सूचना मिली। जिस पर थानाधिकारी, कांस्टेबल गणेशाराम विश्नोई, हीरालाल ने समोड़ा मोड़ पर नाकाबंदी शुरू की। अलसुबह करीब 4 बजे आसपुर की तरफ से आते एक ट्रक को शंका के आधार पर रुकवाते हुए तलाशी ली।
ट्रक में डबल पार्टीशन बनाकर निर्दयता पूर्वक ठूंस-ठूंसकर भैंसों को भरा हुआ था। आरोपियों के पास परिवहन के वैध दस्तावेजों नहीं होने पर पुलिस ने ट्रक को जब्त करते हुए थाने में लाए। जहां ट्रक में भरी भैंसों को मुक्त करवाते हुए थाना परिसर में बंधवाकरचारे-पानी की व्यवस्था की। थानाधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने भैंसों को इस कदर भर रखा था कि भैंसें खड़ी भी नहीं हो पा रही थी।
कई भैंसों के चोट और खरोच के निशान बने हुए थे। पुलिस ने अवैध रूप से भैंसों का परिवहन करने व पशु क्रूरता अधिनियम के तहत थाने में प्रकरण दर्ज करते हुए थाना क्षेत्र के समोडा निवासी बल्लू पुत्र बंशी बंजारा, दिनेश पुत्र मेघा बंजारा, डूंगरपुर जिले के आसपुर थाना क्षेत्र के रामा निवासी राजू पुत्र गोरधन बंजारा, चित्तौड़गढ़ जिले के भोपालसागर थाना क्षेत्र के पारीखेड़ा निवासी रतनलाल पुत्र भैरूलाल बंजारा के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पकड़ी हुई भैंसों को पहचानने थाने पहुंचे लोग : पुलिस ने भैंसों से भरा ट्रक पकड़ने के बाद इसकी सूचना थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में देते हुए भैंस चोरी की वारदात से पीड़ित लोगों से थाने में आकर भैंसों को पहचानने की अपील की। इस पर बड़ी संख्या में ग्रामीण थाने पहुंचे और भैंसों की पहचान की। हालांकि किसी भी ग्रामीण ने थाने में पकड़ी भैंसों के उनकी होने की पुष्टि नहीं की। इधर, मुक्त करवाई भैंसों को पुलिस ने थाना परिसर में बंधवाते हुए उनके चारे-पानी की व्यवस्था की।
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