हर वर्ष इन दिनों जहां डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, स्वाइन फ्लू जैसी मौसमी बीमारियां पैर पसार कर चरम पर पहुंच जाती है वही इस बार कोरोना से बचाव के उपायों ने इन्हें पछाड दिया है। इसके परिणाम स्वरूप मौसमी बीमारियों के सीजन में टोडारायसिंह के अस्पताल का जहां आउटडोर रोजाना का जहां 800-1000 मरीजों रहता है वही इस बार 250 पर ही सिमट गया है।
हर वर्ष बारिश के बाद अगस्त, सितंबर व अक्टूबर तक मौसमी बीमारियां घर-घर में पैर पसार लेती है। इसके चलते अस्पताल का आउट डोर बढ़ 800 से 1000 मरीजों तक पहुंच जाता था। इसमें खास कर चिकिनगुनिया, डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ्लू, उल्टी, दस्त, श्वास रोग के मरीजों का अत्यधिक इजाफा हो जाता है। लेकिन इस बार स्थानीय प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से बचाव के लिए किए गए उपायों से जहां टोडा क्षेत्र में मौसमी बीमारियों ने तौबा कर ली है।
जिसके चलते अस्पताल का आउट डोर सिमट कर रोजाना का 250 पर ही समिट गया है। इस बार अस्पताल में डेंगू, स्वाइन फ्लू, चिकनगुनिया जैसी घर-घर फैलने वाली बीमारी नही फैली है। हालाकि मास्क लगाने, सोशल डिस्टेसिंग, बार-बार हाथ धोने, सेनेट्राइजिंग, फोगिंग जैसे उपायों के से मौसमी बीमारियों से भी बचाव हुआ है। प्रशासन व चिकित्सा विभाग द्वारा बार बार सेनेट्राइजिंग व फोगिंग ने मच्छरों को भी अधिक नही पनपने दिया। शहरों व गांवों में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा गया।
आउटडोर एक नजर में
इस वर्ष अस्पताल में 25 सितंबर को 262 मरीज, 26 को 235 मरीज, 28 को 280 मरीज, 29 को 246 मरीज, 30 को 229 मरीजों का आउट डोर है। वहीं अक्टूबर माह में 9 अक्टूबर को 257 मरीज, 10 को 263 मरीज, 12 को 258 मरीज व 13 को 240 मरीज आए है। जबकि वर्ष 2019 में अगस्त, सितंबर व अक्टूबर माह में मौसमी बीमारियों के चलते अधिकतम 800 से 1000 मरीजों का आउट डोर रहा है। जिनमें चिकन गुनिया, स्वाइन फ्लू, डेंगू व मलेरिया के मरीज शामिल थे।
यह बात बिल्कुल सही है कि जहां पिछले साल 1000 मरीजों तक का अस्पताल में आउट डोर रहा है। जिसमें मौसमी बीमारियों में वायरल संबंधी डेंगू, स्वाइन फ्लू, चिकनगुनिया आदि के मरीज शामिल थे। लेकिन इस बार अभी तक ये बीमारियां नही फैली है। अस्पताल में करीब 250 मरीजों के आस पास ही आउट डोर चल रहा है। इसके पीछे एक तो बारिश का कम होना है। ऊपर से खास कर कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लोगों की सतर्कता व उपायों से मौसमी बीमारियां नही फैली है। ऐसे में सोशल डिस्टेसिंग, मास्क का उपयोग, सेनेट्राइजिंग, बार बार हाथ धोने व साफ-सफाई रखने से जहां कोरोना संक्रमण से तो बचा जा सकता है वही मौसमी बीमारियों को भी रोका जासकता है। -डॉ.रोहत डंडोरिया, ब्लाक सीएमएचओ, टोडारायसिंह
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