दो निगम-दो मेयर की व्यवस्था के एक साल बाद दो शहरी सरकारें अपना कामकाज शुरू करेंगी। उत्तर निगम से कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी खुद ताे करोड़पति है, लेकिन उनको कंगाल निगम मिलेगा। ऐसे में जर्जर आधे भवन में शिफ्ट हुए उत्तर निगम के कर्मचारियों को वेतन चुकाने के बाद विकास के लिए सरकार पर ज्यादा निर्भर रहना होगा।
हालांकि उत्तर निगम भवन के लिए बजट में 15 लाख करोड़ का बजट प्रस्तावित किया जा चुका है, लेकिन जमीन का चयन बाकी है। वहीं दक्षिण निगम में महापौर प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल करने वाली वनिता सेठ के पास सिर्फ 20 हजार कैश है, लेकिन उन्हें विधानसभा भवन की तर्ज पर बने आलीशान भवन और कमाई वाले निगम की जिम्मेदारी मिलेगी।
नाै माह पहले वर्ष 2019-20 के लिए जोधपुर निगम ने 719 करोड़ 25 लाख 62 हजार का बजट पेश किया था। इसमें उत्तर के लिए 270 करोड़ 41 लाख का बजट था, लेकिन सरकार से मिलने वाली चुंगी पुनर्भरण की राशि को निकाल दें तो खजाने में कर्मचारियों के वेतन चुकाने जितनी राशि भी नहीं है। निगम मदों में 15% से ज्यादा की कमाई नहीं कर पाया। वहीं, दक्षिण निगम ने 301 करोड़ 21 लाख रुपए के बजट में से 40% लक्ष्य अर्जित कर लिया है।
कुंती देवड़ा की संपत्ति
नकद : 1.35 लाख स्वयं के पास, 1.65 लाख पति कुलदीप परिहार के पास।
बैंक में जमा : स्वयं के खातों में 3.54 लाख, पति के आठ खातों में 18.17 लाख।
बीमा : सात पॉलिसी, अब तक 11.32 लाख जमा, पति ने छह पॉलिसी में 14.54 लाख जमा करवाए।
कारें : पति के नाम 34.96 लाख की 4 कार।
ज्वैलरी : 60 तोला सोना, 5 किलो चांदी, कीमत 33 लाख। पति के नाम 10 लाख का सोना।
जमीन गैर कृषि : स्वयं के नाम 2.35 करोड़ की 4 प्राॅपर्टी, पति के नाम डेढ़ करोड़ की प्राॅपर्टी।
जमीन वाणिज्यिक: दो संस्थानिक और व्यावसायिक, कीमत 2.50 करोड़।
आय का स्रोत: किराया-ब्याज, पति ठेकेदार।
शैक्षणिक योग्यता : एमए।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today