जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव के लिए नामांकन में अब सिर्फ दाे दिन शेष हैं। इधर, दाेनाें प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी घाेषित करने काे लेकर अभी तक पत्ते नहीं खाेले हैं। कांग्रेस काे जहां बगावत का डर सता रहा है वहीं भाजपा काे कांग्रेस की सूची का इंतजार है। इसी कारण नामांकन प्रक्रिया शुरू हाेने के चाैथे दिन भी प्रत्याशियाें की अधिकृत घाेषणा नहीं हाे पायी है।
हालांकि जिनकाे संकेत मिल चुके हैं वे दावेदार शनिवार काे भी नामांकन दाखिल करने पहुंचे। नामांकन की अंतिम तिथि 9 नवंबर है। रविवार काे अवकाश के कारण नामांकन दाखिल नहीं हाेंगे। ऐसे में अब प्रत्याशियाें के पास नामांकन दाखिले के लिए सिर्फ साेमवार का दिन ही बचा है। चाैथे दिन जिला परिषद सदस्य के लिए 45 और पंचायत समिति सदसय के लिए जिले में 398 नामांकन दाखिल हुए।
कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला ने बताया कि नाम लगभग तय हाे चुके हैं, फाइनल टच दिया जा रहा है। रविवार तक सूची जारी हाे सकती है। वहीं भाजपा देहात अध्यक्ष भंवर सिंह पंवार का कहना है कि कुछ नाम पर सहमति नहीं बन पाने से प्रत्याशी घाेषणा मेें देरी हाे रही है।
टिकट घाेषित हाेने से पहले जिला परिषद के लिए इन्हाेंने भरे पर्
भाजपा से : सुविवि के पूर्व केंद्रीय छात्रसंघ अध्यक्ष साेनू अहारी, सुविवि के पू्र्व अध्यक्ष दीपक शर्मा की पत्नी डाॅ.पुष्पा शर्मा, गाेगुंदा के निवर्तमान प्रधान पुष्कर तेली, निवर्तमान उप प्रमुख सुंदर भाणावत की पुत्रवधु रीना भाणावत, सुनिता मांडावत, नीतू सिंह राव, गाेविंद नारायण शर्मा, कनक देवी, रचना, रमेश, हजारी लाल, शंकरलाल खूशबू, गेंदी देवी भील, इंदिरा, शंकर पटेल, सवागी बाई और नवली गमेती।
कांग्रेस से : गाैरव, कामिनी गुर्जर, कमला, धरमचंद खैर, साेहनलाल, रमेश चंद्र, सविता देवी, सराेज मीणा, भरत, गेबीलाल दमावत, लिंबाजी, वालाराम तावड़, कुबेर सिंह, सुशीला मीणा, गेहरीलाल, जमना बार्ई, थावरी बाई और चंपा बाई। अन्य : लातुराम और गंगाराम मीणा माकपा, आशा मीणा, जितेंद्र, गजेंद्र, गाेमती और धापू निर्दलीय।
कांग्रेस : निर्विवाद प्रत्याशियाें के लिए जद्दाेजहद
कांग्रेस प्रभारी जगदीश चंद्र शर्मा शनिवार काे भी दिनभर निवर्तमान जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला और अन्य नेताओं से शास्त्री सर्किल के पास हाेटल में फीड बैक लेते रहे। शर्मा इस प्रयास में लगे रहे कि जाे भी नाम घाेषित हाे वे निर्विवाद हाे जिससे बाद में बागी के कारण परेशानी नहीं हाे। कांग्रेस पिछले कई चुनावाें में बागियों के कारण बड़ा नुकसान भुगत चुकी है।
2583 बूथाें पर 5166 ईवीएम से हाेगी वाेटिंग
उदयपुर | इस बार 43 जिला परिषद सदस्य और 364 पंचायत समिति सदस्याें के चुनाव मेें 2583 बूथाें पर वाेटिंग के लिए 5166 ईवीएम काम मेें आएगी। सुविधा की दृष्टि से जिले में जरूरत के मुकाबले 20 फीसदी ईवीएम रिजर्व भी रखी जाएगी ताकि कहीं पर ईवीएम खराब हाेने पर तत्काल बदली जा सके। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ओपी बुनकर ने बताया कि इस चुनाव में प्रत्येक बूथ पर दाे-दाे ईवीएम काम मेें ली जाएगी।
जिले काे 20 फीसदी रिजर्व मिलाकर 6199 ईवीएम की जरूरत हाेगी, उसके मुकाबले 7604 ईवीएम उपलब्ध हैं। मतदान से पहले भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के 9 इंजीनियर की टीम ने ईवीएम की जांच का काम शुरू कर दिया है। 10 नवंबर से राजनीतिक दलाें के प्रतिनिधियाें की माैजूदगी में ईवीएम के रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया शुरू हाे जाएगी। प्रक्रिया चरणबद्ध रूप से 22 नवंबर काे पूरी हाेगी। यह काम पंचायत समिति वाइज हाेगा। जिला निर्वाचन अनुभाग के प्रभारी माेहन साेनी ने बताया कि पहले चरण मेें 18 नवंबर काे ईवीएम सीलिंग का काम हाेगा। इसके बाद 23 नवंबर, 26 नवंबर अाैर 29 नवंबर काे ईवीएम सीलिंग हाेगी।
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