कस्बे में जनाना अस्पताल के पास वर्षों से जमा गंदे पानी की निकासी के लिए बन रहा नाले में घटिया सामग्री काम में लेने के आराेप लगाते हुए ग्रामीणााें ने कार्य रुकवा दिया। नाले व सड़क के लिए करीब 85 लाख का बजट मंजूर हुआ था।
नाले का निर्माण पीडब्ल्यूडी करवा रही है। गुरुवार को शिकायत के बाद पीडब्ल्यूडी ने मौके पर जाकर निर्माण सामग्री के सैंपल लिए हैं। कुछ दिनों पहले नाले की चिनाई में लाल पत्थर की वजह से ग्रामीणों ने काम रुकवाया था। ग्रामीणों ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद स्वीकृत नाला निर्माण में घटिया सामग्री के चलते फिर वही समस्या हो जाएगी। जानकारी के अनुसार 1995 में कृषि विभाग की ओर से जारी बजट से जनाना अस्पताल से राजगढ़ बाइपास तक नाला बना था। साथ ही सौखते कुएं भी बने थे। लेकिन जल्द ही नाले की सफाई नहीं होने की वजह से नाले का पानी सड़क पर जमा होने से समस्या खड़ी हो गई।
बरसात के समय तो रास्ता बिल्कुल ही बंद हो जाता। ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए विधायक रीटा चौधरी के प्रयास से नाले व सड़क के लिए 85 लाख रुपए स्वीकृत हुए। पीडब्ल्यूडी ने पहले से बने नाले को ही सही लेवल पर फिर से बनाना तो शुरू कर दिया लेकिन ठेकेदार के घटिया सामग्री काम मे लेने से एक बार फिर लग रहा है कि लोगो को गंदे पानी से पर पाना मुश्किल नजर आ रहा है।
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