चित्तौड़गढ़.उत्तर प्रदेश से नाबालिग लड़की को चित्तौड़गढ़ जिले में बेचने के मामले में मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया हैं। गत 4 सितम्बर को चाइल्ड लाईन 1098 टीम चितौडगढ द्वारा गांव बबराणा से रेस्क्यू की गई नाबालिग बालिका जो उत्तरप्रदेश से लायी गई थी। जिसका बिचोलियो द्वारा बसंतीलाल दाधीच निवासी बबराणा थाना भूपालसागर से बाल विवाह करवाया था एवं रुपये प्राप्त किये गए थे। उक्त मामला अंतरराज्यीय मानव तस्करी का पाए जाने से एसपी दीपक भार्गव एवं श्रीमति सरिता सिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने उत्तरप्रदेश से नाबालिग लडकी को चितौडगढ जिले में बेचने के मामले में मुख्य सरगना को त्वरित गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। जिस पर दलपत सिंह भाटी वृताधिकारी वृत कपासन के सुपरविजन में थानाधिकारी भूपालसागर गोपाल नाथ के नेतृत्व में कानिस्टेबल जितेंद्र कुमार 783 व कानिस्टेबल भेरूलाल 1511 की टीम गठित कर अभियुक्त की तलाश में उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश भेजी गई। टीम ने 4 दिन तक उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश में रहकर उक्त मामले में उत्तरप्रदेश से चितौडगढ जिले के अभियुक्तगणों को नाबालिग लडकी को बेचने वाले मुख्य अभियुक्त अमरनाथ उर्फ विरेन्द्र उर्फ अमरकेश पिता बृजेश तिवारी निवासी हरहंवा थाना वैढन जिला सिंगरोली मध्यप्रदेश को उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित जंगलों से गिरफ्तार किया। उक्त अभियुक्त ने नाबालिग लडकी को उसके माता पिता की बिना जानकारी के चितौडगढ जिले के बसंतीलाल दाधीच निवासी बबराणा थाना भूपालसागर एवं अन्य से रुपये लेकर बेच दिया था। उक्त अभियुक्त अमरनाथ तिवारी काफी शातिर होकर बदमाश प्रवर्ति का है जिसके खिलाफ स्थानीय थाने में 8 मुकदमे दर्ज हैं एवं गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपने मोबाइल नंबर बदल रहा था। अभियुक्त की गिरफ्तारी एवं लोकेशन ट्रेस करने में साइबर सेल के हेड कांस्टेबल राजकुमार सोनी एवं पी.ए.नरेश सोनी का काफी योगदान रहा।अभियुक्त को न्यायालय में पेश किया गया जिसको न्यायालय द्वारा न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।