नई दिल्ली।
पश्चिम बंगाल में इस बार विधानसभा चुनाव आठ चरणों में हो रहा है। पहले चरण की वोटिंग आज 27 मार्च दिन शनिवार को है। इस चरण में राज्य के पांच जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इनमें ज्यादातर सीटें नक्सल प्रभावित क्षेत्र जंगलमहल की हैं। हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। वहीं, एक बार फिर कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सभी मतदान केंद्रों पर सख्ती से कोविड नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि 30 विधानसभा सीटों में कुल दस हजार 288 मतदान केंद्र हैं। इनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए सेंट्रल फोर्स की 684 कंपनियां तैनात की गई हैं। वहीं, कुछ संवेदनशील मतदान केंद्रों पर राज्य की पुलिस भी तैनात रहेगी। बहरहाल, कोविड नियमों का भी सख्ती से पालन करने का निर्देश जारी करते हुए पीठासीन अधिकारियों को इसकी निगरानी के निर्देश भी दिए गए हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से ही इस बार चुनाव आयोग ने आठ चरणों में चुनाव कराने का फैसला किया। आयोग के इस फैसले की भाजपा को छोडक़र विभिन्न राजनीतिक दलों ने आलोचना की थी। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव (वर्ष 2016) में राज्य में सात चरणों में वोटिंग हुई थी। राज्य में 294 विधानसभा सीटों पर आठ चरणों में वोट डाले जाएंगे।
यह भी पढ़ें:- पहले और दूसरे चरण में करीब 25-25 प्रतिशत उम्मीदवार दागदार
नंदीग्राम आज की सबसे महत्वपूर्ण सीट
आज जिन 30 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है, उनमें पुरुलिया जिले की 9, पूर्वी मिदनापुर जिले की सात, पश्चिमी मिदनापुर जिले की छह, बांकुड़ा जिले की चार और झारग्राम जिले की चार सीटें हैं। आज सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा सीट नंदीग्राम पूर्वी मिदनापुर जिले की है। यहां से भाजपा ने शुभेंदु अधिकारी को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि उनके खिलाफ राज्य की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी खुद मैदान में हैं। हालांकि, नंदीग्राम शुभेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है और वह यहां से लगातार जीतते रहे हैं। शुभेंदु ने करीब चार महीने पहले ही तृणमूल कांग्रेस छोडक़र भाजपा ज्वाइन की थी।
तृणमूल और भाजपा ने 29 सीटों पर प्रत्याशी उतारे
राज्य की 30 विधानसभा सीटों में से तृणमूल कांग्रेस और भाजपा ने 29-29 सीटों पर ही अपने प्रत्याशी उतारे हैं। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने पुरुलिया में जॉयपुर सीट से उज्जवल कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया था, मगर दस्तावेजों में कुछ खामियों की वजह से चुनाव आयोग ने उनका नामांकन रद्द कर दिया है, जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस वहां निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन दे रही है। वहीं, वामदल-कांग्रेस और पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के गठबंधन ने सभी 30 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं।
यह भी पढ़ें:- भाजपा प्रत्याशी ने लोगों से किया ऐसा वादा, नोटिस मिलने के बाद चुनाव आयोग से मांगनी पड़ी माफी
भाजपा को जंगलमहल से उम्मीद
पहले चरण में जिन इलाकों में वोटिंग हो रही हैं, उनमें अधिकतर नक्सल प्रभावित जंगलमहल का क्षेत्र है। भाजपा को इस इलाके से उम्मीद अधिक है, क्योंकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को ज्यादातर सीटें यहीं से मिली थीं। बीते लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 में से 18 सीटों पर भाजपा जीती थी।
8 चरणों में वोटिंग, 2 मई को रिजल्ट
बता दें कि पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। राज्य में आठ चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 1 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। इसके अलावा, तीसरे चरण के लिए 6 अप्रैल को, चौथे चरण के लिए 10 अप्रैल को, पांचवे चरण के लिए 17 अप्रैल को, छठें चरण के लिए 22 अप्रैल को, सातवें चरण के लिए 26 अप्रैल को और आठवें चरण के लिए 29 अप्रैल को वोटिंग होगी। नतीजे 2 मई को घोषित होंगे।
source https://www.patrika.com/elections-news/voting-on-30-seats-in-bengal-today-684-companies-of-force-deployed-6767827/