अजमेर.
राजस्व मंडल घूसकांड की जांच जारी है। जयपुर सहित अजमेर में एसीबी की टीम जब्त पड़ताल में जुटी रही। निलंबित सदस्य सहित दलाल न्यायिक हिरासत में है। तीनों को अजमेर लाने का इंतजार है। इसके बाद ही बंद चैम्बर, बैंक खाते और लॉकर खुलने पर 'हकीकत सामने आएगी।
जयपुर में जांच अधिकारी एडिशनल एसपी सी.पी.शर्मा और अजमेर में एसीबी एसपी समीर कुमार सिंह, एडिशनल एसपी सतनाम सिंह, उप अधीक्षक पारसमल और अन्य अधिकारियों की टीम घूसकांड की जांच में जुटे हैं। टीम मंडल अध्यक्ष डॉ. आर. वैंकटेश्वरन, सदस्य विनीता श्रीवास्तव, मनोज नाग के चैंबर्स को खंगाल चुकी है।
जयपुर में खंगाल रहे कुंडली
राजस्व मंडल मामले में जयपुर और अजमेर में जांच चल रही है। अजमेर एसीबी टीम ने अध्यक्ष सहित सदस्य मनोज नाग, विनीता श्रीवास्तव के चैंबर की जांच की थी। टीम ने अहम पत्रावलियां और कंप्यूटर डाटा जब्त की थी। यह सूचनाएं जयपुर में एडिशनल एसपी सी.पी. शर्मा को सौंपी गई हैं। शर्मा पत्रावलियों का अध्ययन कर एफआईआर तैयार करने में जुटे हैं। मालूम हो कि मंडल सदस्य नाग और सरकारी अधिवक्ता पूनम माथुर का नाम भी एफआईआर में शामिल किया गया है।
चैंबर, बैंक, लॉकर खुलने बाकी..
निलंबित दोनों आरएएस अधिकारियों से एसीबी जयपुर में पूछताछ कर रही है। इन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिा गया है। एसीबी ने इनके चैंबर्स 7 अप्रेल को सीज किए थे। नियमानुसार जयपुर एसीबी की टीम को दोनों निलंबित अधिकारियों सहित दलाल को अजमेर लाने के लिए अदालत से प्रोडक्शन वारंट लेना पड़ेगा। दलाल के बैंक खातों और लॉकर खुलने पर भ्रष्टाचार की परतें सामने आएंगी।
मोबाइल कॉल डिटेल अहम..
एसीबी शर्मा, मेहरडा और दलाल जोशी सहित सदस्य नाग और महिला अधिवक्ता की कॉल डिटेल भी खंगाल रही हैं। कॉल डिटेल को एफआईआर में शामिल किया जा रहा है। इनसे बातचीत करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के मोबाइल नंबर और नाम (यदि बातचीत में हुआ) तो उसे भी शामिल किया जाएगा। एसीबी को उम्मीद है, कि घूसकांड केवल तीन-चार व्यक्तियों तक सिमटा हुआ नहीं है। यह नेटवर्क शीर्ष से निचले तक लम्बे अर्से तक चल रहा है।
फैसलों और डील पर पूछताछ
एसीबी अध्यक्ष सहित सदस्यों के चैंबर्स में पड़ी पत्रावलियों की पड़ताल में जुटी है। जोशी और मेडरडा के पुराने फैसलों, लंबित प्रकरण और घूसकांड में हत्थे चढऩे से पहले लिए जाने फैसलों को विशेष रूप से खंगाला जा रहा है। तीनों से मुकदमों की सुनवाई और याचिकाकर्ताओं से लेन-देन को लेकर पूछताछ जारी है।
कहीं मीणा-मित्तल जैसा नेटवर्क तो नहीं....
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाइवे निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों से बांदीकुई की तत्कालीन एसडीएम पिंकी मीणा और दौसा के तत्कालीन एसडीएम पुष्कर मित्तल को एसीबी ने 13 जनवरी को रिश्वत लेते ट्रेप किया था। एसीबी ने इस केस में 4 हजार पन्नों की चार्जशीट बनाई है। इस केस को देखते हुए एसीबी को राजस्व मंडल में भी निलंबित सदस्यों और दलाल की राज्य के कई अफसरों से तालमेल की उम्मीद है। लिहाजा एसीबी गोपनीय तरीके से तहसील, उपखंड और जिला स्तर पर राजस्व मामले देखने वाले अफसरों का नेटवर्क भी खंगाल रही है।
यायिक कार्य होगा सुचारू
राजस्व मंडल में एसीबी ने कॉज लिस्ट सेक्शन के एक कमरे को खोल दिया है। एसीबी की सहमति के बाद अतिरिक्त निबंधक न्याय बी.एस.सांदू ने कार्मिकों को न्यायिक कार्य सुचारू करने के लिए कॉज लिस्ट तैयार करने के निर्देश जारी किए। अब मंडल में गुरुवार से मुकदमों की नियमित सुनवाई होने के आसार हैं।
तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में है। प्रकरण से संंबंधित दस्तावेज-पत्रावलियों की जांच जारी है।
सी.पी.शर्मा एडिशनल एसपी इंटीलेजेंस
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