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गुरुवार, 6 मई 2021

पशु आहार के रेट बढ़े, दूध खरीद रेट में कमी का निर्णय टला

पशु आहार के रेट बढ़े, दूध खरीद रेट में कमी का निर्णय टला
-खरीद रेट में कमी नहीं होने से पशु पालकों को राहत
-डेयरी संचालन मंडल के दबाव में प्रबंधन को कमी का निर्णय पड़ा बदलना
हनुमानगढ़. श्रीगंगानगर जिला दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड हनुमानगढ़, गंगमूल डेयरी ने चालू माह से पशु आहार के रेट बढ़ा दिए हैं। इसमें ढाई से तीन रुपए प्रति किलो के हिसाब से बढ़ोतरी की गई है। डेयरी प्रबंधन ने इस बारे में नई रेट लिस्ट जारी कर दी है। इसके बाद बढ़े रेट पर पशु आहार का विक्रय होने लगा है। इसके तहत डेयरी से जुड़ी दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को पशु आहार उपलब्ध करवाया जा रहा है। दूसरी तरफ दूध के खरीद रेट में दो रुपए प्रति लीटर के हिसाब से कमी करने का निर्णय भी डेयरी प्रबंधन ने लिया था। इसके तहत नई रेट लिस्ट भी प्रकाशित करवा ली गई थी।
लेकिन संचालन मंडल सदस्यों के दबाव में डेयरी प्रबंधन इस निर्णय को लागू नहीं कर पाया। हालांकि डेयरी प्रबंधन की अपनी इस बारे में अपनी अलग दलील है। लेकिन दूध के खरीद रेट में यदि कमी की जाती तो इसका सीधा असर पशुपालकों पर पड़ता। डेयरी एमडी की मानें तो कोरोना काल में भी पशु पालकों को दिक्कत नहीं हो तथा समय पर इनको भुगतान मिलता रहे, इसे लेकर हम प्रयासरत हैं। वर्तमान में प्रतिदिन एक लाख साठ हजार लीटर दूध की खरीद हनुमानगढ़ डेयरी कर रही है। इसमें ७० हजार लीटर दूध की खपत ही हो रही है। क्योंकि बाहर दूध जा नहीं रहा है। इस स्थिति में बचे दूध में ८५ हजार लीटर का पाऊडर सहित अन्य उत्पाद बना रहे हैं।

बीस हजार पशुपालक जुड़े
सीएम के बजट घोषणा में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए श्रीगंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिलों में १५२ सरस बूथ स्थापित करने का लक्ष्य दिया गया था। इसमें दोनों जिलों में लक्ष्य के मुताबिक काफी बूथ खोले जा चुके हैं। इससे डेयरी का कारोबार बढ़ा है। वहीं बेरोजगारों को भी रोजगार के साधन उपलब्ध हुए हैं। डेयरी की बात करें तो करीब बीस हजार पशुपालक सीधे तौर पर जुड़े हैं। वहीं ५०० मजदूर, ५०० वितरक भी डेयरी से जुड़े हैं। गंगमूल डेयरी हनुमानगढ़ दूध की पैकिंग के साथ ही पनीर, दही, छाछ, लस्सी, घी, दूध पाऊडर आदि का कारोबार कर रही है।

वर्तमान में एक लाख ६० हजार लीटर खरीद रहे दूध
श्रीगंगानगर जिला दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड हनुमानगढ़, गंगमूल डेयरी की स्थापना ३० जनवरी १९८४ को की गई। शुरुआती दौर में संघ ने दस संकलन केंद्रों का एक रूट बनाकर 300 लीटर प्रतिदिन के हिसाब से दुग्ध संकलन कार्य शुरू किया था। वहीं अब हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिले में करीब ५७४ क्रियाशील पंजीकृत समितियों, ५२० संकलन केंद्र डेयरी से जुड़ गई है। कोरोना काल में भी हनुमानगढ़ गंगमूल डेयरी वर्तमान में एक लाख ६० हजार लीटर दूध खरीद कर रही है।

सरकार जारी करे राहत पैकेज
गंगमूल डेयरी हनुमानगढ़ के संचालन मंडल सदस्य शंकर कलवानियां के अनुसार कोरोना काल में मंदी की मार के साथ ही श्रीगंगानगर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के दुग्ध उत्पादक किसान दोहरी मार झेल रहे हैं। गंगमूल प्रबंधन की ओर से हाल ही में दुग्ध की क्रय दरों में 2 रुपए प्रति लीटर की कटौती करने का एलान चार मई से कर दिया गया था। लेकिन नवनिर्वाचित संचालक मंडल और चेयरमैन के विरोध के कारण प्रबंधन को दुग्ध क्रय दरों को घटाने का फैसला वापस लेना पड़ा। कलवानियां के अनुसार गंगमूल डेयरी प्रबंधन द्वारा कहने को तो जिला संघ राजस्थान में प्रथम तीन संघ में गिना जाता है। परंतु अपने किसानों को दूध के रेट देने के मामले में सबसे कम साबित हो रहा है। साथ ही पशु पालकों को महंगे रेट पर पशु आहार भी मिल रहा है। संकट के वक्त जरूरी है कि राज्य व केंद्र सरकार सहकारिता से जुड़े दूध उत्पादक किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करे। जिससे किसान इस मंदी की मार से उबर सके।

एमडी ने यह बताया कारण
गंगमूल डेयरी हनुमागनढ़ के एमडी पीके गोयल के अनुसार संचालन मंडल सदस्यों के साथ समन्वय बनाकर हम डेयरी का संचालन कर रहे हैं। दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को समय पर भुगतान हो सके, इसके लिए डेयरी प्रबंधन प्रयासरत है। बाजार में दूध उत्पादों की मांग कम होने के कारण खरीद रेट में कुछ कमी करने का निर्णय लिया था। लेकिन बाद में इसे स्थगित करना पड़ा। पशु आहार के रेट में ढाई से तीन रुपए प्रति किलो के हिसाब से बढ़ोतरी की गई है। क्योंकि बाजार में कच्चे माल के रेट में बढ़ोतरी हो गया है। इस स्थिति में गुणवत्ता युक्त पशु आहार दुग्ध उत्पादक समितियों को उपलब्ध होता रहे, इसे लेकर पशु आहार के रेट में कुछ बढ़ोतरी की गई है।



source https://www.patrika.com/hanumangarh-news/animal-feed-rates-rise-decision-to-reduce-milk-purchase-rate-postpone-6832737/