देश में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर होती दिखाई दे रही है. करीब 40 दिन बाद कोरोना के एक दिन में दो लाख से कम नए केस सामने आए. इससे पहले 16 अप्रैल को 24 घंटे में में 2,17,353 नए मामलों की पुष्टि हुई थी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में पिछले 17-18 दिन से कोविड-19 के मामलों में तेजी से गिरावट आ रही है. भारत में अब कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 26 लाख से कम है.
आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते कई दिनों से पॉजिटिविटी रेट की तुलना में रिकवरी रेट में इजाफा हो रहा है. जिससे कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या में गिरावट आई है. राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ होने की दर यानी रिकवरी रेट करीब 89 प्रतिशत है
.वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.14 प्रतिशत है. वहीं, बीते 24 घंटों में 3500 से अधिक कोविड-19 मरीजों ने दम तोड़ा है.
24 घंटे में क्या रहा राज्यों का हाल
दिल्ली- 1,568 नए मामले, 156 मौतें
महाराष्ट्र- 24,136 नए मामले, 601 मौतें
राजस्थान- 3,404 नए मामले, 105 मौतें
पश्चिम बंगाल- 17,005 नए मामले, 157 मौतें
पंजाब- 4,798 नए मामले, 176 मौतें
असम- 5,767 नए मामले, 92 मौतें
मध्य प्रदेश- 2,422 नए मामले, 68 मौतें
उत्तर प्रदेश- 3,957 नए मामले, 163 मौतें
तमिलनाडु- 34,285 नए मामले, 468 मौतें
गुजरात- 3,255 नए मामले, 44 मौतें
कर्नाटक- 22,758 नए मामले, 588 मौतें
दूसरी लहर 577 बच्चे अनाथ हुए
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना की दूसरी लहर में देशभर में कम से कम 577 बच्चे अपने माता-पिता की मौत के बाद अनाथ हो गए. केंद्रीय मंत्री ईरानी ने एक ट्वीट में कहा कि एक अप्रैल 2021 से मंगलवार दोपहर दो बजे तक राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों ने 577 बच्चों के अनाथ होने रिपोर्ट दी है. उन्होंने कहा कि ये बच्चे जिला प्रशासन की निगरानी और संरक्षण में हैं
अब तक 513 डॉक्टरों की मौत
IMA ने मंगलवार को कोरोना से जान गंवाने वाले डॉक्टरों का आंकड़ा जारी किया. कोरोना की दूसरी लहर में अब तक 513 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है. दिल्ली और बिहार में सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं. राजधानी दिल्ली में 103 और बिहार में 96 डॉक्टरों ने जान गंवाई है. इससे पहले IMA ने 22 मई को डॉक्टरों की मौत का आंकड़ा जारी किया था, जिसके अनुसार 420 डॉक्टरों की मौत हुई थी.
वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर जारी करेगी शिवराज सरकार
वैक्सीन की किल्लत पर मचे विवाद के बीच मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला किया है. मंगलवार को हुई कैबिनैट बैठक में तय किया गया है कि प्रदेश सरकार अब कोविड-19 वैक्सीन की उपलब्धता के लिए ग्लोबल टेंडर जारी करेगी. बता दें कि इससे पहले कई दूसरे राज्य वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर जारी कर चुके हैं. राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि वैक्सीन खरीदने के टेंडर की प्रक्रिया का तकनीकी परीक्षण करने और वित्तीय प्रस्ताव स्वीकृत करने के लिए उच्च-स्तरीय समिति बनाई जाएगी और वैक्सीन किस दर पर खरीदना है उसके निर्धारण की कार्यवाही का प्रस्ताव कैबिनेट में लाकर पास किया जाएगा.
दिल्ली में ड्राइव इन वैक्सीनेशन की शुरुआत
राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के संक्रमण की रफ्तार भले ही सुस्त पड़ गई हो लेकिन अब टीकाकरण की सुस्त रफ्तार समस्या बनकर खड़ी हो गई है. राजधानी के ज्यादातर वैक्सीनेशन सेंटर वैक्सीन की कमी के चलते ठप पड़ गए हैं. इस बीच बुधवार से दिल्ली में ड्राइव इन वैक्सीनेशन की शुरुआत होने जा रही है. ड्राइव इन वैक्सीनेशन की सुविधा 26 मई से द्वारका स्थित वेगस मॉल से शुरू होने जा रही है.
लखनऊ के तीन बड़े अस्पतालों को नोटिस
लखनऊ में तीन बड़े प्राइवेट अस्पतालों को बेड की संख्या पोर्टल पर अपडेट ना करने के वजह से नोडल अधिकारी रोशन जैकब की तरफ से नोटिस जारी किया गया है. इसमें अपोलो और सहारा हॉस्पिटल जैसे हॉस्पिटल शामिल हैं. रोशन जैकब के अनुसार, सभी में अनियमितता पाई गई जिसके बाद इन तीनों अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है. भविष्य में ऐसी लापरवाही हुई तो केस भी दर्ज कराया जाएगा.
उत्तराखंड में ब्लैक फंगस बना आफत
उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के लगातार बढ़ रहे मामले ने अब लोगों को डराना शुरू कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार, अभी तक प्रदेश मे 133 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें से 11 मरीजों की मौत हो चुकी है. 9 मरीज ब्लैक फंगस संक्रमण से जंग जीतकर स्वस्थ्य भी हुए हैं. इसी तरह दिल्ली, यूपी, गुजरात जैसे तमाम राज्यों में ब्लैक फंगस आफत बना हुआ है.
राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति?
दिल्ली, यूपी, हरियाणा के बाद अब बिहार और हिमाचल प्रदेश में भी लॉकडाउन (Lockdown) की अवधि को मई महीने के अंत तक बढ़ाने का फैसला किया गया है. वहीं, उत्तराखंड सरकार ने भी 31 मई तक कोरोना कर्फ्यू की बढ़ाने की घोषणा की है. इसके अलावा राजस्थान सरकार ने कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन को 15 दिन के लिए और बढ़ा दिया है. राजस्थान में अब पाबंदियां 8 जून तक रहेंगी. राज्य सरकार ने कहा कि उन जिलों में एक जून को व्यावसायिक गतिविधियों में कुछ ढील दी जाएगी जहां सुधार देखने को मिलेगा.