Rajasthan Village News

राजस्थान के गांवो की ताज़ा खबरें हिंदी में

शुक्रवार, 21 मई 2021

स्वास्थ्य विभाग की बडी लापरवाही टेस्ट रामलाल ने कराया और रिपोर्ट मिली किशनलाल की


 ज्यादा काम का दबाव और कुछ लापरवाही भी। नतीजा यह है कि एक ही मरीज की स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर दो से तीन आईडी बन रही हैं। ऐसा एक ही व्यक्ति के दो बार टेस्ट में अलग अलग नम्बर दर्ज करने की वजह से हो रहा है। इसके अलावा कई मामले ऐसे भी हैं जहां जल्दबाजी में मरीज का नम्बर गलत दर्ज हो गया। मतलब ऐसे में टेस्ट रामलाल ने कराया और रिपोर्ट किशनलाल के नम्बर पर दिख रही है।

इस गड़बड़ी पर रोक लगाने के लिए सभी सीएचसी को निर्देश दिए गए हैं। साथ ही निजी लैब और अस्पतालों को भी चेताया गया है कि ऐसी गड़बड़ियां न होनें पाएं इसका खयाल रखा जाए। रोजाना 50 के करीब ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।


केस-1

इन्दिरा नगर के एक मरीज की जांच के बाद रिपोर्ट नहीं आई। जांच टीम के नम्बर पर कॉल किया तो वहां से बताया गया कि रिपोर्ट तो पोर्टल पर चढ़ गई है। फिर कुछ देर बाद फोन आया कि उनके नम्बर में गड़बड़ी हो गई। रिपोर्ट किसी दूसरे के नम्बर पर चढ़ गई।


केस-2

कैसरबाग के एक मरीज ने जांच कराई। जब रिपोर्ट चेक की तो किसी दूसरे की थी। कुछ देर में उनके मोबाइल पर दूसरे व्यक्ति के नाम से कॉल आने लगीं होम आइसोलेशन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए। आरआरटी टीम से सम्पर्क किया तो रिपोर्ट सही हुई।


क्या दिक्कत है दो आईडी से-


जब कोई निजी या सरकारी लैब से कोविड टेस्ट कराता है तो अपना मोबाइल नम्बर देता है। उस नम्बर के आधार पर एक आईडी बनती है। आगे चलकर वह जितनी बार भी टेस्ट कराएगा उसी आईडी के नीचे रिपोर्ट दिखेंगी। यदि दो आईडी बन जाती हैं तो अस्पताल में भर्ती से लेकर अन्य सरकारी मदद में दिक्कत आती हैं।


आपकी भी जिम्मेदारी-

आपने एक बार टेस्ट करवाते समय जो नम्बर दिया है आगे भी वही बताएं। यदि अलग नम्बर देते हैं तो आपकी गलती होगी जिसकी वजह से दो आईडी एक ही नाम पर बन जाती हैं